स्पोर्ट्स डेस्क. ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर है. टीम गुरुवार से शुरू हो रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच के लिए नागपुर में तैयारी कर रही है. बुधवार को वैकल्पिक अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया के कुछ खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. इस बीच टीम के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भारत में 2013 की सीरीज के दौरान ‘होमवर्कगेट’ मामले को लेकर उस समय के टीम प्रबंधन पर निशाना साधा. होमवर्कगेट के शिकार हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ख्वाजा ने कहा कि, तत्कालीन कोच मिकी आर्थर की प्राथमिकता गलत थी और सीरीज में अच्छे प्रदर्शन की बजाय सिर्फ कागजों पर रणनीति तैयार करने पर जोर था.

वीसीए स्टेडियम जामठा में खेले जाने वाले मैच से पहले बुधवार को ख्वाजा मैदान पर स्ट्रेच करते हुए दिखाई दिए. करीब 9 वर्ष पहले चेन्नई और हैदराबाद में भारत से मिली भारी हार के बाद मोहाली टेस्ट में ख्वाजा डेब्यू की तैयारी में थे, लेकिन तत्कालीन कप्तान माइकल क्लार्क, कोच आर्थर और टीम मैनेजर गेविन डोवे से मुलाकात के लिए उन्हें बुलाया किया गया. पाकिस्तान में जन्मे ख्वाजा के अलावा जेम्स पेटिंसन, मिशेल जॉनसन और शेन वॉटसन को भी कोच द्वारा दिया गया ‘होमवर्क’ नहीं करने पर एक मैच के लिए निलंबित कर दिया गया था. इन खिलाड़ियों को टीम के प्रदर्शन में सुधार के लिए पूछे गए सवालों के लिखित जवाब देने के लिए कहा गया था.

ख्वाजा ने नागपुर में पहले टेस्ट से पूर्व उस मामले को याद करते हुए कहा कि उस समय प्राथमिकताएं ही गलत थी. हम मैदान पर अच्छे प्रदर्शन की बजाय कागजों पर सब कुछ सही करना चाहते थे. टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर चुके ख्वाजा उस मामले से इतने दुखी हो गए थे कि ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे. उन्होंने कहा कि आर्थर के साथ सारा कोचिंग और सहयोगी स्टाफ दूसरी बातों पर ध्यान केंद्रित कर रहा था लेकिन हमारी हार का वही कारण नहीं था. उस समय भारतीय टीम अधिक काबिल थी और यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया चारों टेस्ट हार गया था. किसी नए खिलाड़ी के लिए टीम में जगह बनाना वैसे भी कठिन था और इस तरह का कुछ होने पर तो मुझे लग रहा था कि मानों मैं कोई बाहरी हूं.

ऑस्ट्रेलियाई टीम नागपुर टेस्ट से पहले बेंगलुरु के अलूर में 4 दिनों के स्पेशल कैंप में भारतीय स्पिनरों से निपटने की तैयारी की. उसके बाद टीम नागपुर पहुंची जहां उसने मंगलवार को कड़ा अभ्यास किया. बुधवार को टीम मैनेजमेंट ने ऑप्शनल प्रैक्टिस की व्यवस्था की जिसमें कुछ खिलाड़ी ही शामिल हुए. इस दौरान मैदान पर खिलाड़ियों ने फुटबॉल का आनंद लिया. साथ ही पिच क्यूरेटर से विकेट की जानकारी भी हासिल की.