रायपुर। रायपुर जिले के तिल्दा-नेवरा विकासखण्ड के संकुल केंद्र बेल्दार सिवनी में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला नायकटांड (खरोरा) के सहायक शिक्षक नारायण प्रसाद देवांगन ने एक नयी पहल की है।

लाकडाउन के दौरान उन्हें लगा कि कीमती समय व्यर्थ करने की अपेक्षा क्रिएटिविटी का कार्य करना चाहिए। हालांकि वे प्राथमिक कक्षा को पढ़ाते थे लेकिन फिर भी उन्हें बड़ी कक्षाओं को पढ़ाने का शौक था । उन्होंने तकनीकी का उपयोग करते हुए कक्षा छठवीं के पहले अध्याय का एनिमेशन वीडियो बनाया और इसे यूट्यूब पर अपलोड किया । इसमें नई बात यह थी कि वीडियो के साथ उससे संबंधित प्रश्न और वीडियो के सब्सक्रिप्शन को लिंक के रूप में भी किया गया था। वीडियो को देखने के बाद कोई भी विद्यार्थी उनके प्रश्नों के उत्तर दे सकता था और उसका रिजल्ट भी दिखाई देता था। उनके इस पहल का अच्छा रिस्पांस मिला।

देवांगन ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं था कि उनकी इस पहल का इतना अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा, केवल 10 दिनों के भीतर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों रायपुर, कोरिया बालोद ,धमतरी ,दुर्ग ,महासमुंद के साथ-साथ मध्यप्रदेश के शहडोल, अनूपपुर और उत्तर प्रदेश के बरेली जिलेे के पालक ,शिक्षक ,विद्यार्थी भी उनके इस पहल में जुड़े ।

उन्होने इस प्रोजेक्ट में सबसे पहले अपने यूट्यूब चैनल बना कर उज्जवल लक्ष्य (ujjwall lakshya) नाम से विडियो अपलोड किया।
विडियो का लिंक है- https://youtube/kg9WvS8mwn8

उस विडियो के डिस्क्रिप्सन बाॅक्स में विडियो से संबंधित प्रश्न पेपर का लिंक होता है।इस लिंक को टच करने पर उसके मोबाइल या कम्प्युटर में प्रश्न पेपर खुल जाता है। इस पेपर में10 प्रश्न होते है और प्रत्येक सही उत्तर के लिए अंक निर्धारित होता है, ऋणात्मक नम्बर नहीं होतें।प्रश्न को हल करने के बाद जब वे सबमिट बटन दबाते है, तो उसका रिजल्ट तुरंत उनके मोबइल में आ जाता है। दूसरी ओर श्री देवान्गन तक एक ईमेल आता है,कि अमुक व्यक्ति ने आपके प्रश्नों के उत्तर दे दिए है।फिर उसके नंबर को उसके सहमति के आधार पर उनके वाट्सअप चैनल उज्जवल लक्ष्य आनलाईन क्लास पर जोड देते है।