लखनऊ। कोरोना काल में सरकार जहां गरीबों को मुफ्त राशन बांटने के साथ हर संभव मदद के प्रयासों में जुटी रही. तो वहीं राशन बांटने वाले कोटेदार गरीबों के हक पर डाका डालते रहे. प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले घटतौली के मामले दोगुने हो गए हैं.
बाट माप नियंत्रक कार्यालय के मुताबिक, चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से नवंबर तक घटलौती के 5687 मामले पकड़े गए. यह मामले तराजू, बाट-माप, मशीनों की जांच, सत्यापन मुहर आदि की पड़ताल में सामने आए हैं. आंकड़ों की बात की जाए तो पिछले साथ इसी अवधी में इन मामलों की संख्या कुल 2468 ही थी.
बाट माप उप नियंत्रक ओ.पी.सिंह के मुताबिक पकड़े गए मामलों में ज्यादार इलेक्ट्रानिक वजन मशीन में छेड़छाड़ पाई गई. उचित दर विक्रेताओं के बाद सबसे ज्यादा घटतौली और तराजू व बाट आदि से छेड़छाड़ के मामले फल व सब्जी विक्रेताओं के यहां पकड़े गए. उन्होंने बताया कि इनकी तादाद 810 रही जबकि पिछले साल 1393 मामले सामने आए थे. वहीं भारी वाहनों पर लदे माल की तौल करने वाले धर्मकांटों पर कुल 702 मामले पकड़े गए हैं.