लखनऊ। दिल्ली के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में कई दिनों से किसान आंदोलन चल रहे है. शनिवार को लखनऊ में राजभवन घेरने की किसान नेताओं की योजना फेल हो गई. लखनऊ में किसानों के राजभवन के घेराव को रोकने के लिए पुलिस ने पहले से ही तैयारियां कर रखी थी. राजभवन के हर गेट पर भारी पुलिस बल तैनात की गई थी. किसान नेताओं ने शनिवार को कृषि कानूनों के खिलाफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा.
किसान आंदोलन हरनाम सिंह के नेतृत्व में 12 सदस्यीय दल ने राजभवन आने का कार्यक्रम फाइनल किया था. इस प्रतिनिधिमंडल के राजभवन पहुंचने से पहले अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर और लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश भी राजभवन पहुंच चुके थे. किसान नेता लखनऊ के बाहर भी आंदोलन पर डटे रहे और जमकर प्रदर्शन किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे में शांति-व्यवस्था बनाए रखने अधिकारी-कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए थे कि किसानों से वार्ता कर उन्हें समझाया जाए. किसानों पर बल प्रयोग न करने और सार्थक संवाद के जरिए शांति-व्यवस्था कायम रखने की हिदायत दी थी. किसानों ने शनिवार को राजभवन का घेराव करने की घोषणा की थी. इसके अलावा 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान पहले ही कर चुके है. अब देखते होगा कि किस तरह से किसान अपने आंदोलन में सफल होते हैं.