लखनऊ। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजूदरों की घर वापसी को लेकर चल रही भाजपा और कांग्रेस नेताओं में चल रही जबानी जंग ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के लिए हजार बस मुहैया कराने के आग्रह को स्वीकार करते हुए बसों के साथ चालक और परिचालक की जानकारी तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है.

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव को सोमवार को पत्र लिखकर 16 मई को लिखे गए पत्र के संदर्भ में हजार बसों को उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को स्वीकार करने की जानकारी दी. इसके साथ ही अविलंब बसों की सूची के साथ चालक और परिचालक के नाम उपलब्ध कराने का आग्रह किया, जिससे प्रवासी श्रमिकों की सेवा में उपयोग किया जा सके.

बता दें कि उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटना में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत और 36 के घायल होने के बाद प्रियंका गांधी ने 16 मई को एक वीडियो संदेश के जरिए प्रवासी मजदूरों को लेकर अपील की थी. इसमें प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि मुख्यमंत्री जी, यह समय राजनीति करने का नहीं है. सीमा पर हमारी बसें खड़ी हुई हैं. हजारों श्रमिक और प्रवासी तमाम संकटों से जूझते हुए बिना भोजन-पानी के अपने घरों की ओर पैदल जा रहे हैं. आइए हम उनकी मदद करें. हमारी बसों को अनुमति दें.

वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि हमारी बसें सीमा पर खड़ी हुई हैं. देश के निर्माण करने वाले हजारों श्रमिक और प्रवासी धूप में पैदल चल रहे हैं. अनुमति दिजिए योगी आदित्यनाथ जी. आईए हम हमारे बहन और भाइयों की मदद करें. इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश की सीमा पर खड़े बसों का वीडियो लगाया था.  प्रियंका गांधी की ट्वीट का असर यह हुआ कि उत्तर प्रदेश सरकार ने उनसे हजार बसों की सूची मांगी है, जिससे प्रवासी मजदूरों की मदद की जा सके.