रायपुर/कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर देहात में घटित गोलीकांड के मास्टमाइंड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का भले अब तक कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन पुलिस विकास दुबे के हर वो राज से पर्दा उठा रही जो उसने अपने आपराधिक दुनिया में छिपा रखा है. पुलिस इसके लिए लगातार विकास के ठिकानों पर छापे मार रही है. इसी बीच पुलिस टीम को विकास के घर की तलाशी में हथियारों का एक बड़ा जखीरा मिला. है.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विकास के घर से 2 किलो विस्फोटक, तमंचे और बम मिले हैं. फिलहाल उनके ठिकानों पर लगातार छापेमार कार्रवाई जारी है. उन्होंने यह भी कहा कि उनके कई सहयोगियों तक हम पहुँच गए हैं. जल्द ही वह भी पकड़ा जाएगा. विकास के पास मिले हथियारों की जाँच की जा रही है. लाइसेंसी हथियार निरस्त किए जा रहे हैं.
वहीं उन्होंने इस पूरे मामले में पुलिस वालों पर लगे आरोपों पर कहा कि तमाम बिंदुओं पर जाँच जा रही है. कुछ वायरल ऑडियों भी मिले हैं उनकी जांच भी की जा रही है. जिस किसी की भी भूमिका इस मामले में होगी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हमारे विभाग के ही कुछ लोगों के ऊपर आरोप लगे हैं उस मामले में विभागीय जांच भी जारी है.
उन्होंने यह भी कहा कि विकास के संबंध किस तरह से पुलिस, प्रशासन अन्य लोगों से रहे हैं उन सभी स्तरों पर जाकर हमारी टीम जाँच में जुटी हुई है. फिलहाल हमारी टीम विकास की तलाश में है. हमें कुछ क्लू मिले हैं. हम संकेतों के अधार और संदेहियों से मिली जानकारी पर आगे बढ़ रहे हैं. हमारी 40 टीमें ऑपरेशन में लगी हुई है.
एडीजी ने यह भी कहा कि 3 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी खुद घटनास्थल पर गए थे. सीएम ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि, पेंशन और एक परिजन को नौकरी देने की घोषणा की. उसी दिन घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल जारी है.