लखनऊ। यूपी कौशल विकास मिशन के जरिए प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले सारे रिकार्डों को तोड़ दिया है। पिछली सरकार में जहां चार साल में साढ़े तीन लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया था। वहीं, योगी सरकार ने 7 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर उनको स्वावलम्बी कर कीर्तिमान बना दिया हैं, जोकि पिछली सरकार की तुलना में 88 प्रतिशत अधिक है। यही नहीं, सरकार ने साल 2019-20 में अकेले 3,46,590 युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने का काम किया है।
प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर व स्वरोजगार की ओर बढ़ाने के सरकार के कदम रोजाना नई इबारत लिख रहे हैं। खासकर कौशल विकास मिशन की ओर से युवाओं प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने की मुहिम हर कदम पर कामयाब हो रही है। पिछली सरकारों ने अपने कार्यकाल में महज 1,36,160 युवाओं को नौकरी दिलाने काम किया था। वहीं, योगी सरकार ने चार सालों में प्रदेश में युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने के सारे रिकार्डों को ध्वस्त कर दिया है। सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में 3,42,428 युवाओं को प्रशिक्षित कर सेवायोजित कराया है। अकेले साल 2019-20 में 1,73,896 युवाओं को रोजगार दिलाने का काम किया है।
15 लाख युवाओं को किया जाएगा प्रशिक्षित
पिछली सरकार में भले ही प्रदेश के युवा प्राथमिकता में शामिल न रहे हो लेकिन योगी सरकार में युवाओं को स्वरोजगार, आत्मनिर्भर व रोजगार मुहैया कराना प्राथमिकता में शामिल है। कौशल विकास मिशन जरिए युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने की मुहिम उनके लिए वरदान साबित हो रही है। कौशल विकास मिशन के जरिए पिछली सरकार ने 2013 से 2017 तक 4,83,589 युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य निर्धारित किया था लेकिन प्रदेश की योगी सरकार ने अपने गठन के बाद प्रदेश के 15,74,119 युवाओं को प्रशिक्षण दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
इसमें आरपीएल के माध्यम से 6 लाख युवाओं को प्रशिक्षित व प्रमाणीकृत कराया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से कोरोना संक्रमण के दौराना यूपी लौटे प्रवासी श्रमिकों को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने का काम प्रदेश सरकार कर रही है। इसके अलावा कौशल विकास मिशन की ओर से पिछले चार सालों में 26 बड़े रोजगार मेलों का आयोजन किया गया है। इसमें 26,604 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया।
युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए बढ़ाए ट्रेनर
यूपी कौशल विकास मिशन की ओर से युवाओं की बेहतरीन ट्रेनिंग के लिए डीडीयू-जीकेवाई एवं अन्य योजनाओं के लिए 435 निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं के साथ अनुबंध किया है जबकि पिछली सरकार में पांच सालों में केवल 148 ट्रेनर ही अनुबंधित किए थे। इसी तरह योगी सरकार ने तीन सालों में पिछले चार सालों की तुलना में तीन गुना अधिक संस्थाओं को युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए अनुबंधित किया है।