आगरा। कोरोना काल में मास्क और सैनिटाइजर का कारोबार जोरों पर है. इसका फायदा उठाते हुए मथुरा के एक गैंग के आधे दाम में मास्क और सैनिटाइजर देने के नाम पर लोगों को ठगने का मामला सामने आया है. मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी पाई है.
रेंज साइबर क्राइम थाना के प्रभारी निरीक्षक शैलेष कुमार सिंह ने बताया कि गोवर्धन चौराहा से गुरुवार को अशोक, दीपक, रविंद्र, अजयपाल और कुलदीप को गिरफ्तार किया था। उन्होंने पूछताछ में बताया कि जगदीश और चंद्रशेखर गैंग के सरगना हैं। दोनों कर्मचारियों की मदद से खाते और नेट से फर्मों की जानकारी लेते थे, और रोजाना 200 लोगों को व्हाट्स एप पर मैसेज भेजते थे। गैंग के सरगना जगदीश और चंद्रशेखर फर्म संचालकों से बात करते थे, जो माल मंगवाने के लिए तैयार होता था। उससे खाते में रकम जमा कराते थे। खातों में रकम आने के कुछ देर बाद ही राशि निकाल ली जाती थी।
पुलिस ने बताया कि अशोक सरगना जगदीश का भाई है। रविंद्र, अजयपाल और कुलदीप के पास लोगों के बैंक खाते लाने की जिम्मेदारी थी। खाते किराये पर देने वालों को जमा रकम में से 25 प्रतिशत दी जाती थी, जबकि खाते लाने वाले को 15 प्रतिशत दिया जाता था। बाकी रकम को सरगना रखते थे। रविंद्र ने 25 खाते किराये पर दिलाए थे। इसी तरह अजयपाल ने दस खाते दे रखे थे। कुलदीप ने दस खाते अपने दिए थे। छह खाते किराये पर अन्य लोगों के दिलाए थे। अशोक और दीपक इंटरनेट से सर्जिकल उपकरण, मास्क और सैनिटाइजर खरीदने वाली फर्मों का डाटा निकालते थे।
इसमें इंटरनेट से डाउनलोड की गई प्रोडक्ट की फोटो आदि शामिल थे। हकीकत में प्रोडक्ट नहीं होता था। इनके नीचे अपने रेट लिखते थे। बाजार में बिक रहे उसी तरह के सामान को आधी से भी कम कीमत में देने का झांसा देते थे। इससे लोग फंस जाते थे। आरोपियों के पास से बरामद रजिस्टर में फर्मों की जानकारी दर्ज है।