उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन ने एक ऐतिहासिक बदलाव की नींव रख दी है. राज्य की 33,157 जल परियोजनाएं सौर ऊर्जा से संचालित हो रही हैं, जिससे हर दिन करीब 900 मेगावॉट बिजली पैदा हो रही है. इस नवाचार ने न सिर्फ 2.07 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचाया, बल्कि 12.36 लाख लोगों को प्रशिक्षित कर रोजगार भी उपलब्ध कराया.

इस मॉडल की खास बात ये है कि बिजली की निर्भरता खत्म कर 30 साल तक टिकाऊ सौर संयंत्रों को स्थापित किया गया. जिससे 1 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित बचत और 13 लाख मीट्रिक टन CO₂ उत्सर्जन में कमी का अनुमान है.
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बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जल शक्ति मंत्री के मार्गदर्शन में अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव के नेतृत्व में यह योजना सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंची. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुराग श्रीवास्तव को प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से सम्मानित भी किया है.
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