लखनऊ. UP Vidhan Sabha Winter Session: यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन सत्ताधारी दल और विपक्षों दलों में जमकर घमासान हुआ. तमाम मुद्दों पर बहस हुई. वहीं जनसत्ता दल के अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने संभल और बहराइच हिंसा का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. उन्होंने कहा कि बहराइच में राम गोपाल मिश्रा की निर्मम हत्या पर विपक्ष ने कुछ नहीं बोला.
कुंडा विधायक ने आगे कहा कि हमें पहले यह जानना लेना चाहिए कि सर्वे का आदेश कोर्ट ने दिया है. कोर्ट अगर किसी मंदिर के सर्वे का आदेश जारी करती है तो मैं ये नहीं समझता हूं किसी भी हिंदू यान सनातनी को कोई आपत्ति होगी. हमने किसी धर्मस्थल को तोड़कर अपने धर्मस्थल नहीं बनाए हैं.
राजा भैया ने कहा, अगर न्यायालय ने किसी सर्वे का आदेश दिया है, तो उस सर्वे के आदेश को पलटने का तरीका है कि उससे बड़ी अदालत में जाएंगे. न कि सड़क पर खड़े होकर पुलिस प्रशासन पर पत्थर बरसाए जाएं. क्या पत्थरबाजी करने से न्यायालय के आदेश बदले जाते हैं?
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उन्होंने कहा कि हिंसा में घायल पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को लेकर किसी ने कोई पीड़ा या चिंता नहीं व्यक्त की. ये ठीक उसी तरह है, जैसे बहराइच में राम गोपाल मिश्र की निर्मम हत्या कर दी गई. जिसकी चार महीने पहले शादी हुई थी.
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जहां एक ओर राजा भैया के इस बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने तारीफ की. वहीं दूसरी ओर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने राजा भैया के भाषण को लेकर ऐतराज जताया. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से पूछा कि किस नियम के तहत उन्हें बोलने दिया गया.
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