लखनऊ. सपा विधायक इकबाल महमूद ने विधानसभा में संभल हिंसा को लेकर चर्चा करते हुए सरकार पर करारा हमला किया और सरकार से कई सवाल किए. इस दौरान इकबाल महमूद ने कहा, कुंदरकी में मुसलमानों के वोट का हक छीना गया है. 2700 लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया. जानबूझकर कुंदरकी परिणाम के बाद 24 नवम्बर को सर्वे करवाया गया. सर्वे के बाद जय श्री राम के नारे लगाए गए. जिसके बाद हिंसा भड़की और पांच लोगों की मौत हुई.

इसे भी पढ़ें- देख लीजिए BJP सरकार का ‘विकास’: सड़क के बीचो-बीच हुआ 20 फीट का गड्ढा, ‘खोखले दावों’ की खुली पोल, राजधानी का ये हाल तो प्रदेश का क्या?

आगे इकबाल महमूद ने कहा, मुख्यमंत्री कहते हैं बटेंगे तो कटेंगे. हमको क्यों बांटा जा रहा है. नारे लगाकर भड़काया जा रहा है. आप सियासत के चक्कर में मुसलमान को किनारे कर रहे हैं. संभल में हिंदू-मुस्लिम का कोई झगड़ा नहीं है. आप संभल की जांच तो करवाइये.

इसे भी पढ़ें- विधानसभा सत्र में ऐसा क्या हुआ कि अध्यक्ष सतीश महाना ने गुस्से में फेंक दिया हेडफोन, विधायक रागिनी सोनकर ने कहा-जब सरकार गूंगी हो तो…

इकबाल महमूद ने ये भी कहा कि संभल में अफसर नए थे. पूरे मामले को लखनऊ से कंट्रोल किया गया. 1978 में जामा मस्जिद के इमाम को जिंदा जला दिया गया था. बीजेपी द्वारा संभल की जामा मस्जिद को निशाना बनाया गया है. इस दौरान इकबाल महबूब ने मुख्यमंत्री योगी से मांग करते हुए कहा कि आप सीएम आवास पर इफ्तार करवाइए. पूर्व सीएम कल्याण सिंह ने भी करवाई थी.