देहरादून. उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग HMPV वायरस (Human metapneumovirus) को लेकर अलर्ट पर है. प्रभारी डीजी हेल्थ डॉ. सुनीता टम्टा ने सभी जिलों के डीएम और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा और निमोनिया रोगियों के इलाज के लिए आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू सेंटर, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्थाएं की जाए.

साथ ही उन्होंने सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयों और स्टॉफ के उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सर्दी, खांसी वाले मरीजों की सघन निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. राहत की बात यह है कि प्रदेश में HMPV का कोई मामला सामने नहीं आया है.

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बता दें कि भारत में सोमवार को बच्चों में HMPV संक्रमण के सात मामले सामने आए. ये मामले बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक हैं और ये ऐसे समय में सामने आए हैं जब चीन और अन्य देश वायरल बुखार और निमोनिया के बड़े प्रकोप से जूझ रहे हैं.

गाइडलाइन

बच्चे और बुजुर्ग या किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग खास तौर पर सावधानी बरतें.
भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें.
छींकते-खांसते समय नाक और मुंह को रूमाल से टिश्यू से ढकें.
साबुन-पानी से हाथों को स्वच्छ रखें.
अधिक मात्रा में पानी व तरल पदार्थों का सेवन करें और पौष्टिक आहार लें.
सर्दी, खांसी जुकाम होने पर डॉक्टर से परामर्श करें और दवा खाएं.
HMPV के लक्षण होने पर स्वस्थ लोगों से दूरी बना लें.