देहरादून. राजधानी देहरादून में मदरसों की जांच चल रही है. जिलाधिकारी ने ब्लॉक स्तर पर कमेटी का गठन किया है. DM सविन बंसल का कहना है कि सभी एसडीएम अपनी तहसीलों में संचालित पंजीकृत मदरसों सहित गैर पंजीकृत मदरसों का पूरा विवरण देंगे. एसडीएम डीएम को पंजीकृत मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से पढ़ाई, मिड-डे-मील, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था, मूलभूत सुविधा आदि की रिपोर्ट देंगे.
बता दें कि कम हाजिरी वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने का मौका. वहीं, देहरादून वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विवि (यूटीयू) से संबद्ध सभी शिक्षण संस्थानों में कम हाजिरी वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने का मौका मिल सकता है. UTU ने इन संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि वे 70 फीसदी से कम हाजिरी वालों छात्रों की अतिरिक्त क्लास लेकर उनको परीक्षा में बैठने का मौका दे सकते हैं.
वैसे तो मदरसा बोर्ड में 415 मदरसे पंजीकृत हैं, जिसमें 46 हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं. नए मदरसों के पंजीकरण के लिए अब पिछले महीने ही मान्यता समिति का गठन हुआ है. मदरसा बोर्ड अध्यक्ष का कहना है कि मदरसों को जल्द मान्यता दी जाएगी. सरकार मदरसा छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ने पर लगातार कार्य कर रही है.
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