देहरादून. प्रदेश में सड़क हादसे को लेकर PWD ने नई पहल शुरू की है. विभाग ने सड़कों पर बनाए जा रहे स्पीड ब्रेकर और रंबल स्ट्रिप्स को IRC (Indian Road Congress) के निर्धारित मानकों के अनुरूप बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस पहल का उद्देश्य रोड सेफ्टी उपायों को प्रभावी बनाना और बढ़ती रोड एक्सीडेंट पर अंकुश लगाना है.

बता दें कि रोड सेफ्टी को लेकर आईआरसी के दिशा-निर्देशों, मुख्य रूप से आईआरसी-99 का अनुपालन अब अनिवार्य होगा. इसमें ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं.

  • रंबल स्ट्रिप्स- ड्राइवर को सतर्क करने के लिए.
  • लेन संकीर्ण करना- ट्रैफिक की गति को नियंत्रित करने का प्रभावी तरीका.
  • रेज़्ड इंटरसेक्शन और टेक्सचर्ड पेवमेंट्स- सुरक्षा बढ़ाने के लिए.
  • राउंडअबाउट्स और मिनी-राउंडअबाउट्स- ट्रैफिक नियंत्रण के लिए.

PWD स्कूल, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक जगहों के पास इस उपायों को लागू करने पर जोर दिया है. इन स्थानों पर ट्रैफिक की गति को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, क्योंकि यहां बड़ी संख्या में पैदल यात्री और छोटे बच्चे सड़क पार करते हैं. वहीं, विभाग की लोगों से अपील है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सड़क सुरक्षा उपायों में सहयोग दें.

विभाग का मानना है कि सरकार और जनता के सामूहिक प्रयास से ही सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है. सूबे में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सरकार का बड़ा कदम उत्तराखंड सरकार और लोक निर्माण विभाग का यह प्रयास सड़क सुरक्षा के प्रति एक बड़ा कदम है.