देहरादून। उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष ने यशपाल आर्य ने धामी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। यशपाल आर्य ने कहा कि
राजीव गांधी इंटरनेशनल एवं इंदिरा गांधी इंटरनेशनल समेत विभिन्न खेल स्टेडियम का नाम परिवर्तन संकीर्ण राजनीति का प्रतीक है। नामों को बदलने की प्रवृति गवरनेन्स नहीं बल्कि द्वेष व भेदभाव के आधार पर अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने की अति चिन्तनीय संकीर्ण राजनीति है।
जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं
यशपाल आर्य ने कहा कि बीजेपी सरकार का जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है और आज सिर्फ नाम बदलने को ही प्रदेश का विकास समझ लिया है ।भाजपा सरकार को समझना चाहिए नाम बदलने से काम नहीं बदलता। नाम बदलने से विकास की धारा बदल जायेगी ? सत्य ये है की नाम बदलो, ध्यान भटकाओ, असली मुद्दों से भाग जाओ! भाजपा सरकार को नाम और काम का अंतर सीखना चाहिए। तीन वर्ष का कार्यकाल बीत चुका है, विकास का काम कब शुरू होगा। ज़मीन पर कोई ठोस काम नहीं दिखा सकते, केवल भ्रम और प्रचार करते हैं।
READ MORE : जाना था चारधाम, पहुंच गए ‘मोक्षधाम’: बैठे-बैठे तीर्थयात्री की आई मौत, जानिए ऐसा क्या हुआ था कि चली गई जान
भाजपा नाम बदलने वाली सरकार
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि भाजपा प्रदेश के हालात बदलने वाली सरकार नहीं बल्कि नाम बदलने वाली सरकार चला रही है ।क्योंकि भाजपा के लिए ये नया नहीं है। देश की यूपीए सरकार के समय की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं।जिसमे प्रधानमंत्री जन धन योजना यूपीए की मूल बचत बैंक जमा खाता थी। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम थी। दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना राजीव ग्रामीण विद्युतीकरण योजना थी; कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण मिशन थी।
READ MORE : गवर्निंग काउंसिल की बैठक में शामिल हुए सीएम धामी, बोले- विकसित राज्य-विकसित भारत 2047 में राज्यों की भागीदारी होगी सुनिश्चित
यशपाल आर्य ने आगे कहा कि यहां तक कि पीएम मोदी का प्रमुख कार्यक्रम “मेक इन इंडिया” भी नए नाम के तहत राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (एनएमपी) था । डिजिटल इंडिया पहले की राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना थी ,स्किल इंडिया राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम थी । मिशन इंद्रधनुष सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम था; और पहल एलपीजी के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण था। भाजपा के पास विभिन्न मुद्दों पर जनता को गुमराह करने के सिवा उन्हें देने के लिए कुछ नहीं है। सवाल ये है की नाम बदलने से क्या बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा? महंगाई कम हो जाएगी ? सड़क ,बिजली,शिक्षा ,पेयजल ,सिंचाई और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो जाएगी ।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें