देहरादून. उत्तराखंड वन विभाग AI (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल कर रहा है. बेहतर कार्य योजना तैयार करने लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग वन विभाग कर रहा है. इस लेकर अधिकारियों का कहना है कि गढ़वाल वन प्रभाग की कार्य योजना तैयार करने में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर AI का उपयोग शुरू किया है.
AI को लेकर मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि हमें बेहतर जैव विविधता संरक्षण, सतत वन प्रबंधन और वनस्पति पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव की चुनौतियों से निपटने के लिए बहुत सारे उत्कृष्ट विश्लेषण और प्रबंधन नुस्खे मिले हैं. प्रदेश में करीब दो-तिहाई क्षेत्र वनों से आच्छादित हैं.
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उन्होंने कहा कि प्रत्येक वन प्रभाग के लिए, एक बहुत ही व्यापक जमीनी अभ्यास के बाद 10 साल की अवधि के लिए एक कार्य योजना तैयार की जाती है. जिसमें जैव विविधता, वन्यजीव, जलग्रहण क्षेत्र के साथ-साथ संभावित खतरों के बारे में सभी आंकड़ों की पहचान की जाती है और इन आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद तदनुसार प्रबंधन के नुस्खे सुझाए जाते हैं. इन योजनाओं को केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित किया जाता है.
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