देहरादून। उत्तराखंड के सभी सरकारी स्कूलों में श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक सुबह की प्रार्थना सभा में बोले जाएंगे। जिस पर राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत का बड़ा बयान सामने आया है। हरीश रावत ने कहा कि भगवद गीता कर्मयोग है। कर्मयोग की शिक्षा हमेशा उचित रहती है।
हरीश रावत ने धामी पर बोला हमला
हरीश रावत ने कहा कि धर्मग्रंथों की अच्छी प्रेरक बातों को पाठ्यक्रमों में डालने में कोई हर्ज नहीं है। लेकिन ये एकतरफा नहीं होनी चाहिए। दूसरे ग्रंथों में अच्छी बातें हैं, उनका भी समावेश किया जाना चाहिए। काम अगर भगवाकरण के एजेंडे को आगे बढ़ाने के दृष्टिकोण से किए जा रहे हैं तो इसका दुष्प्रभाव हमारी शिक्षा प्रणाली पर पड़ेगा।
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हरीश रावत ने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति भगवाकरण की प्रतीक बन गई है। उसके खतरे देश और शिक्षा के लिए बहुत गंभीर होने जा रहे हैं। बता दें कि धामी सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक सुबह की प्रार्थना सभा में बोले जाने का आदेश जारी किया है। आज से यह सभी स्कूलों में लागू की कर दिया गया है।
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