देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देहरादून सीट को महिलाओं के लिए आरक्षित करना समस्त नियमों और पंचायती राज कानून के प्राविधानों पर चोट है। यह किसी भी अनुक्रमांक के आधार पर देहरादून की सीट महिला आरक्षित नहीं हो सकती है।
सरकार जीत से घबरा गई
यह आरक्षण एक नौजवान को जो हाईली क्वालिफाइड नौजवान है, जो कहीं भी बहुत अच्छी नौकरी पा सकता है। उस नौजवान ने निर्णय लिया कि मैं जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ूं और उसके चुनाव लड़ने के निर्णय तथा उसकी जीत से सरकार इतना घबरा गई। उन्होंने इस घबराहट में कि कहीं यह नौजवान जिला पंचायत का अध्यक्ष न हो जाए, नियम प्रक्रियाओं को ताक पर रखकर जिला पंचायत की सीट को महिला के लिए आरक्षित कर दिया।
READ MORE: गलत तरीके से सरकारी दस्तावेज लेने वाले सावधान हो जाएं, अब चलेगा कानून का हंटर, ऑपरेशन कालनेमी को लेकर कही ये बात
यह आरक्षण तुम्हारे हाथ में था, लेकिन जन जागरण हमारे हाथ में है। कांग्रेस यह देहरादून की चुनौती को पूरे राज्य भर में लेकर के चलेगी और संघर्ष आयोजित करेगी। इंतजार करिए आने वाले दिनों का। इससे पहले उन्होंने कहा था कि सत्ता और राजनीति, दोनों को समझना चाहिए कि आरक्षण का अधिकार है, हथियार नहीं। यह संविधान प्रदत्त अधिकार सामाजिक न्याय और सामाजिक समरचता को आगे बढ़ाने के लिए दिया गया है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें