ऊधमसिंह नगर. सीएम पुष्कर सिंह धामी की पुलिस ने सीएम योगी आदित्यनाथ के राज्य यानी उत्तर प्रदेश में बिना इनफार्मेशन रेड मारी. जिसे ऑपरेशन माफिया नाम दिया गया. उत्तराखंड पुलिस ने बरेली में 48 घरों में दबिश दी और 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया. अब लखनऊ से देहरादून तक माहौल गरम है.

दरअसल, ऊधमसिंह नगर जिले के 300 पुलिसकर्मी 70 गाड़ियों में सवार होकर यूपी पहुंचे. बिना यूपी पुलिस को सूचना दिए बरेली में उत्तराखंड पुलिस घुसी. यह स्ट्राइक ड्रग्स तस्करों को पकड़ने के लिए किया गया था. हालांकि, पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर ऊधमसिंह नगर पहुंची. जहां उनसे पूछताछ किया जा रहा है.

पुलिस कैसे भूल गई प्रोटोकॉल ?

अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर उत्तराखंड पुलिस कैसे प्रोटोकॉल भूल गई? पुलिस की इस कार्रवाई से रमजान, होली के मौके पर माहौल बिगड़ सकता था. आखिर दोनों राज्यों की पुलिस में कोऑर्डिनेशन का अभाव क्यों है? उत्तराखंड पुलिस इस छापामार कार्रवाई पर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने क्या कहा?

ऊधमसिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि देवभूमि को नशामुक्त करने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इसी के तहत ड्रग्स सप्लाई की चिह्नित जगहों पर एक साथ दबिश दी गई. पुलभट्टा थाने में स्मैक तस्करी में वांछित बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी के गांव अगरास निवासी आसिफ को गिरफ्तार किया गया है. हिरासत में लिए गए अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है. इसमें उत्तर भारत के कई राज्यों में ड्रग्स की तस्करी के साक्ष्य मिले हैं. नशा तस्करों के बारे में भी जानकारी मिली है. इन पर जल्द ही ठोस कार्रवाई की जाएगी.

बरेली एसएसपी ने कही ये बात

इधर, बरेली एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि उत्तराखंड के अधिकारियों ने कोई सूचना नहीं दी थी. मुख्यमंत्री और डीजीपी को जानकारी दी है. सहरी के वक्त की कार्रवाई से जनाक्रोश भड़क जाता तो होली और ईद के त्योहार कराने में दिक्कत आ सकती थी.