उधमसिंह नगर. एक दंपति के बीच कहासुनी हो गई. इसके बाद गुस्साए पति ने पत्नी की हत्या कर दी. पति ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर बीवी को मौत की नींद सुलाई दी. सौतेले बेटे की शिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने कालित को गिरफ्तार कर लिया है.

यह घटना काशीपुर की है. पूछताछ में आरोपी भगवानदास ने बताया कि वह जल संस्थान से फिटर के पद से रिटायर्ड हुआ है. सुनीता देवी शादियां करवाने का काम करती थी. जिससे उसका सम्पर्क हुआ. बेटे राहुल का रिश्ता भी सुनीता ने करवाया था. सुनीता ने अपने और उसके अंतरंग पलों की वीडियो बना लिया और उस पर दबाव बनाकर शादी कर ली.

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आरोपी ने बताया कि सुनीता अक्सर पहली पत्नी की सम्पत्ति पर नजर रखती थी और उसे बेचने का दबाव डालती थी. सुनीता उसके पुरुषत्व को ठेस पहुंचती थी और रेलवे के टीटी से चौथी शादी करने की बात बोलती थी. पहले भी वह 2 शादियां कर चुकी थी. अगर उसे न मारता तो वह मार देती. सुनीता के नाम पर मकान खरीदने के लिए प्रोपर्टी डीलर को 1.5 लाख रुपये दिए थे. जिसकी रजिस्ट्री होनी थी. उसके बाद सुनीता मुझे मरवा देती, क्योंकि मैंने सुनीता और उसके बेटे को बात करते हुए सुना था कि रजिस्ट्री होने के बाद इसका काम तमाम कर देंगे. मुझे कोई मलाल नहीं है. सुनीता को नहीं मारता तो ये मेरी सम्पत्ति हड़प लेती.

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बताया जा रहा है कि उन्होंने 15 दिन पहले ही मकान किराय पर लिया था. मकान मालिक का कहना है कि जब से यह लोग मकान में रह रहे थे. उन्होंने कभी किसी तरह का झगड़ा नहीं सुना और न ही देखा. शांत स्वभाव का भगवानदास ऐसा कदम उठा देगा. सपने में भी नहीं सोचा था. लोगों ने बताया कि भगवानदास की पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ मोहल्ला ओझान में रहती है. करीब एक माह पहले भगवानदास की पहली पत्नी के बेटे की मौत हो गई थी. तब वह और सुनीता मोहल्ला ओझान गए थे, जहां उनके साथ परिजनों ने मारपीट की थी. उन्होंने इसकी तहरीर भी दी थी, लेकिन मामले में केस दर्ज नहीं हुआ.

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सुनीता के बेटे सनी ने बताया कि उसके पिता रमेश चंद्र पहले मुरादाबाद में रहते थे. वर्ष 2017 में उसके पिता रमेश चंद्र की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. इसके बाद उसकी मां ने भगवान दास से कोर्ट मैरिज कर ली थी. लगभग चार साल से वह लोग काशीपुर में रह रहे हैं. लगभग 15 दिन पहले ही वह कटोराताल क्षेत्र में किराए के एक मकान में रहने आए थे.