पौड़ी।अंकिता भंडारी हत्याकांड में वनंत्रा रिजॉर्ट के काले राज का खुलासा हुआ है. SIT में पाया गया कि रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता को VIP मेहमानों के हवाले करने की योजना बनाई थी. पुलकित का अंकिता पर बुरी नजर थी. उसने कई बार उसके साथ दुर्व्यवहार भी किया था. दरअसल, अंकिता ने यह सब अपने दोस्त पुष्प को व्हाट्सएप चैट में बताया था.

इस चैट के आधार पर ही SIT ने अपने सबूत मजबूत किए. अंकिता इन काले कामों से तंग आ चुकी थी और नौकरी छोड़कर जाना चाहती थी. इसी कारण पुलकित और उसके साथियों ने अंकिता की हत्या कर दी. इस मामले में मुख्य आरोपी पुलकित, मैनेजर अंकित गुप्ता और सौरभ भाष्कर न्यायिक हिरासत में हैं.

आखिर कौन था VIP ?

बता दें कि इस मामल को 2 साल हो चुके हैं. अभी मामला न्यायिक प्रक्रिया में है. वैसे तो SIT इस केस में 100 गवाह बनाए है. जिसमें से 49 गवाहों की गवाही फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो चुकी है. अन्य 51 गवाहों की गवाही का इंतजार है. वहीं अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर वीआईपी कौन था. जिसके हवाले पुलकित अंकिता को करना चाहता था.

स्पेशल सर्विस मांगने वाले VIP ?

पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है. एसआईटी ने यह दावा किया कि रिजॉर्ट में आने वाले मेहमान जो “स्पेशल सर्विस” मांगते थे, उन्हें वीआईपी कहा जाता था. हालांकि, यह बात लोगों को संतोषजनक नहीं लगी. पुलिस की जांच में यह भी साफ नहीं हो पाया कि रिजॉर्ट में आने वाले किसी बड़े नामचीन व्यक्ति का नाम लिस्ट में था या नहीं.

ये है पूरा मामला

अंकिता की हत्या को छिपाने के लिए तीनों आरोपियों ने उसकी लाश को चीला नहर में फेंक दिया. 20 सितंबर को पुलकित ने राजस्व क्षेत्र पट्टी उदयपुर पल्ला में अंकिता के गायब होने की शिकायत दर्ज करवाई. लेकिन जब यह मामला प्रकाश में आया और लोगों ने उग्र प्रदर्शन शुरू किया, तो जिलाधिकारी ने इसे पुलिस को सौंप दिया.

अंकिता पर अनैतिक कामों के लिए दबाव !

22 सितंबर को लक्ष्मण झूला पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, और पुलकित, अंकित और सौरभ से पूछताछ के बाद यह साफ हुआ कि उन्होंने अंकिता की हत्या 18 सितंबर की रात को की थी. उनका कहना था कि वे अंकिता पर अनैतिक कामों के लिए दबाव डाल रहे थे, और अंकिता इन राजों को बाहर न लाए, इसलिए उसे चीला नहर में धकेल दिया गया.

फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का आदेश

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का आदेश दिया. 24 सितंबर 2022 को अंकिता का शव चीला नहर बैराज इंटेक से 13 किलोमीटर दूर बरामद किया गया. उसी दिन एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया, जिसमें यह पुष्टि हुई कि अंकिता की हत्या की गई थी.