देहरादून। Uttarakhand Nikay Chunav मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 11 नगर निगमों के लिए अलग-अलग संकल्प पत्र जारी किया है। इसके साथ ही प्रदेश स्तर पर भी एक संकल्प पत्र जारी किया गया है। सीएम ने संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा कि यह संकल्प पत्र न केवल शहरी विकास के प्रति ट्रिपल इंजन सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि आने वाले पांच वर्षों के लिए भाजपा की एक ठोस और भरोसेमंद गारंटी भी है, जो जनता के विकास और समृद्धि के प्रति हमारी निष्ठा को दर्शाता है। भाजपा के संकल्प पत्र पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला और इसे आम जनता का ध्यान भटकाने वाला बताया।
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भाजपा की हालत पस्त
कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ऐसे-एसे मुद्दों को उठाया है। जिनका आम जनता से कोई लेना देना नहीं है। थूक जिहाद और लैंड जिहाद जैसे मामलों के जरिए भाजपा आम जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। आम जनमानस के जीवन को बेहतर बनाने के लिए इनके संकल्प पत्र में कुछ नहीं है। जनहित और जन सरोकार से भाजपा सरकार का कोई लेना देना नहीं है। निकाय चुनाव से पहले ही इनकी हालत पतली हो चुकी है। इन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें, क्या नहीं।
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भाजपा की हार तय
गरिमा दसौनी ने आगे कहा कि भाजपा को अपनी हार स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है। इसलिए साम दाम दंड भेद अपनाना पड़ रहा है। इनके राज में प्रदेश के तमान नगर निगमों की हालत पस्त हो गई है। पूरे प्रदेश में देहरादून अकेला ऐसा क्षेत्र है, जिसे स्मार्ट सिटी में शामिल किया। केंद्र ने करोड़ो रुपए स्मार्ट सिटी के लिए भेजे लेकिन एक जगह स्मार्ट काम नहीं हुए है। आम जनता को स्मार्ट सिटी के नाम पर किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिली है। आगामी निकाय चुनाव में भाजपा की हार तय है।
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उत्तराखंड में महिलाएं सुरक्षित नहीं
कांग्रेस का कहना है कि उत्तराखंड में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। सरेआम महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। आए दिन हत्या के मामले सामने आ रहे है लेकिन शहर में CCTV कैमरों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है। शहर में न तो सही से स्ट्रीट लाइट है आर ना ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम। प्रदेश की सड़के खुदी पड़ी है। डेंगू के रोकथाम के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। ग्रीन प्लांटेशन का नाम लेने से भी सरकार बच रही है। पूरा शहर धीरे-धीरे कंक्रीट के जंगल में बदल रहा है।
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