Uttarkashi Cloud Burst: उत्तरकाशी जिले के हर्षिल और खीरगाड़ क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद आई प्राकृतिक आपदा के बीच भारतीय सेना एक बार फिर “सेवा परमो धर्म” के मूल मंत्र को आत्मसात करते हुए 14 राजरिफ के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं और 150 जवानों की टीम के साथ 5 अगस्त से राहत एवं बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं।

राष्ट्र समर्पण की जीती-जागती मिसाल

यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए समर्पण की जीती-जागती मिसाल है। जहां एक ओर चारों तरफ तबाही का मंजर है, वहीं दूसरी ओर हमारे वीर सैनिक जीवन की परवाह किए बिना निस्सहायों को बचाने में (Uttarkashi Cloud Burst) जुटे हैं। सेना की ओर से अतिरिक्त कॉलम, ट्रैकर डॉग्स, ड्रोन, भारी मशीनें और अन्य उपकरणों को तुरंत मौके पर भेजा गया है।

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अडिग, अजेय और अद्वितीय

साथ ही, वायुसेना और सेना के हेलीकॉप्टर जरूरी दवाइयां, राशन और फंसे नागरिकों की एयरलिफ्टिंग कर रहे हैं। तेज़ बारिश के बीच जलस्तर बढ़ने पर स्थानीय लोगों को ऊंचाई वाले सुरक्षित इलाकों में (Uttarkashi Cloud Burst) पहुंचाया गया है। हर सैनिक की आंखों में सिर्फ एक ही संकल्प है। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। भारतीय सेना हर चुनौती में राष्ट्र के साथ, राष्ट्र के लिए खड़ी है।