नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 नवंबर से सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की पहली तस्वीर सामने आई है. रेस्क्यू टीम के कैमरे में मजदूर कैद हुए हैं. सभी श्रमिक पूरी तरह से सुरक्षित नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही उन तक जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि वॉकी-टॉकी के जरिए मजदूरों से बातचीत भी की गई है. इतना ही नहीं, पाइप के जरिए मजदूरों तक मोबाइल फोन और चार्जर भेजा गया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिल्क्यारा उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों की पहली बार तस्वीर प्राप्त हुई है. सभी श्रमिक भाई पूरी तरह सुरक्षित हैं, हम उन्हें शीघ्र सकुशल बाहर निकालने हेतु पूरी ताक़त के साथ प्रयासरत हैं.

गौरतलब है कि बचावकर्मियों को सोमवार को सिलक्यारा सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में ‘ड्रिलिंग’ कर मलबे के आर-पार 53 मीटर लंबी छह इंच व्यास की पाइपलाइन डालने में कामयाबी मिल गई, जिसके जरिए पिछले आठ दिनों से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को ज्यादा मात्रा में खाद्य सामग्री, संचार उपकरण तथा अन्य जरूरी वस्तुएं पहुंचाई जा सकेंगी तथा संभवत: उनके ‘सजीव दृश्य’ भी देखे जा सकेंगे.

इससे पहले, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग के एक हिस्से के ढहने से फंसे श्रमिकों तक आक्सीजन, हल्की खाद्य सामग्री, मेवे, दवाइयां और पानी पहुंचाने के लिए चार इंच की पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा था.