वैशाली। जिले के महुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत डगरू गांव के पास नदी से एक युवक का शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई। शव बोरे में बंधा हुआ था जिसमें से एक पैर बाहर निकला हुआ था। शव की हालत इतनी खराब थी कि चेहरा पूरी तरह कुचला हुआ था और शरीर से तेज दुर्गंध आ रही थी।
बुधवार को हुई शव की पहचान
बुधवार को परिजनों ने शव की पहचान गौसपुर चकमजाहिद निवासी स्वर्गीय अनिल राय के बेटे मुन्ना कुमार उर्फ मुरलीधर के रूप में की। परिजनों के अनुसार मुन्ना 24 नवंबर से लापता था। पुलिस को आशंका है कि उसकी हत्या कई दिन पहले कर शव को बोरे में बंद कर नदी में फेंक दिया गया।
कुख्यात अपराधी था मृतक
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक मुन्ना राय कुख्यात अपराधी था। वर्ष 2024 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसके घर पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई हथियारों विशेष रूप से AK-47 और जमीन से जुड़े मामलों की जांच के सिलसिले में की गई थी।
NIA ने की थी हाई प्रोफाइल रेड
18 दिसंबर 2024 की सुबह करीब 4 बजे NIA की टीम ने वैशाली जिले के तीन अलग-अलग स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इनमें हाजीपुर के दो स्थान और महुआ थाना क्षेत्र स्थित मुन्ना राय का घर शामिल था।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही महुआ पुलिस मौके पर पहुंची और कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेजा गया। थानाध्यक्ष राजेश रंजन ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल परिजनों की ओर से कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है और पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।
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