पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को यमुना नदी के किनारे स्मृति स्थल पर किए जाने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया. सरकार ने यह भी घोषणा कि है कि राष्ट्रीय शोक की अवधि के दौरान कोई आधिकारिक समारोह भी आयोजित नहीं होगा.
रायपुर. भाजपा के कद्दावर नेता, भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पर तिरंगे में लपेट कर रखा गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने पहुंचकर अंतिम दर्शन किया. केंद्र सरकार ने वाजपेयी के निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने की घोषणा की है.
इस दौरान भारत और विदेश में भारतीय दूतावासों में 16 अगस्त से 22 अगस्त के बीच राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. सुबह 9 बजे से उनका पार्थिव शरीर पार्टी के मुख्यालय में रखा गया है. शवयात्रा दोहपर एक बजे शुरू होगी. इसके बाद शाम 4 बजे यमुना के तट पर स्मृति स्थल में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बता दें कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में गुरुवार को 05.05 बजे निधन हो गया. वह बीते 11 जून से एम्स में भर्ती थे. बुधवार को उनकी हालत गंभीर हो गई और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था. अटल बिहारी वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) की नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था. मधुमेह पीड़ित 93 वर्षीय भाजपा नेता का एक ही गुर्दा काम करता था.