Lok Sabha Elecrtion 2024. किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई और देश के कई मुद्दों पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने और निंदा करने वाले पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी का टिकट अब भाजपा ने काट दिया है. भाजपा ने पीलीभीत सीट से योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है. इसको लेकर कहा जा रहा है कि भाजपा सरकार के खिलाफ बाेलने की वजह से वरुण गांधी का टिकट काटा गया है. वहीं दूसरी ओर चर्चा हो रही है कि अब भाजपा से टिकट कटने के बाद वरुण गांधी पीलीभीत सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या मैदान छोड़ देंगे. वहीं दूसरी पार्टी में शामिल होने की अटकलें भी तेज हो गई हैं.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पीलीभीत में मतदान होना है. इस सीट पर कल यानी 27 मार्च को नामांकन की आखिरी तारीख भी है. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वरुण गांधी इस सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. यहां भाजपा समेत सपा-बसपा अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. सपा ने भगवत सरन गंगवार और बसपा ने अनीस अहमद खान उर्फ फूलबाबू को प्रत्याशी बनाया है. वहीं भाजपा ने मौजूदा सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है. जितिन प्रसाद 27 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. 27 मार्च ही नामांकन की आखिरी तारीख है.
पीलीभीत सीट पर लगातार गांधी परिवार का कब्जा
बता दें कि बीजेपी के प्रत्याशी ऐलान करने से पहले ही वरुण गांधी ने नामांकन के लिए चार सेट में पर्चा खरीदा था. माना जा रहा है कि वरुण ने चुनाव लड़ने का पूरा मन बना लिया है. हालांकि वो इलेक्शन लड़ेंगे या नहीं, इस पर कयासों का दौर जारी है. बता दें कि पीलीभीत लोकसभा सीट पिछले चार चुनावों से भाजपा के कब्जे में है. करीब तीन दशक से इस सीट पर गांधी परिवार का दबदबा है. वरुण गांधी यहां से दो बार सांसद रहे हैं, जबकि उनकी मां मेनका गांधी पीलीभीत से छह बार सांसद रह चुकी हैं. 2009 के लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी पहली बार पीलीभीत से सांसद बने. 2014 में भाजपा ने उन्हें सुल्तानपुर से चुनाव लड़ाया. इसमें उन्होंने जीत दर्ज की. 2019 में वह दोबारा पीलीभीत सीट से उतरे और फिर सांसद बने. अब भाजपा ने पीलीभीत से टिकट काट दिया है. इसके बाद वरुण गांधी को लेकर चर्चा तेज हो गई है.
भाजपा सरकार पर उठाते रहे सवाल
बता दें कि वरुण गांधी ने बीते कार्यकाल में कई बार अपनी ही सरकार की नीतियों पर सवाल उठाकर नेतृत्व को कटघरे में खड़ा किया. वह पार्टी के कई नेताओं पर भी हमलावर रहे. इसी को लेकर भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट पीलीभीत से काट दिया और जितिन प्रसाद पर भरोसा जताया. जितिन यूपी सरकार में मंत्री हैं और पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के रहने वाले हैं.
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सपा में जाने की अटकलें तेज
वरुण गांधी को लेकर कयास लगाए जा रहे है कि कांग्रेस में शामिल होंगे या फिर सपा का दामन थाम लेंगे. सपा में जाने की संभावनाएं प्रबल इसलिए भी हो गई हैं कि सपा के पीलीभीत लोकसभा सीट से घोषित प्रत्याशी पूर्व राज्यमंत्री भगवत सरन गंगवार का गुरुवार को चौंकाने वाला वीडियो सामने आया था. इसमें वह मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता वरुण गांधी को लेकर काफी भावात्मक नजर आए. उन्होंने कहा कि वरुण गांधी बड़े नेता हैं. अगर सपा मुखिया उन्हें पीलीभीत से चुनाव लड़ाना चाहेंगे तो वह बिना किसी से कुछ कहे अपनी दावेदारी छोड़ देंगे. हालांकि बयान वायरल होने के कुछ देर बाद भगवत सरन ने वीडियो में कही जा रही बात से इंकार कर दिया. कहा कि, उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है.
वरुण गांधी की नहीं आई अभी तक कोई प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वरुण गांधी कांग्रेस में भी जा सकते हैं, कांग्रेस उन्हें अमेठी या फिर रायबरेली सीट से उम्मीदवार बना सकती है. क्योंकि कांग्रेस ने अभी इन दोनों सीटों पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. हालांकि भाजपा से टिकट कटने के बाद सांसद वरुण गांधी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इतना जरूर है कि वरुण गांधी काफी समय से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. ऐसी भी संभावना है कि वो पीलीभीत सीट से ही निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं.
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