
लखनऊ. भाजपा के फायरब्रांड नेता वरुण गांधी ने अब अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वरुण ने सुल्तानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी ही पार्टी की योजनाओं पर सवालिया निशान खड़े कर दिए.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव वरुण गांधी आज सुल्तानपुर डिस्ट्रिक हॉस्पिटल कैंपस में सांसद निधि से बनी न्यू इमरजेंसी विंग का उद्घाटन करने पहुंचे थे. केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए वरुण ने कहा कि जिस देश में स्वास्थ्य सेवाओं पर जीडीपी का केवल 2% बजट खर्च होता है, उस देश का भविष्य कभी बेहतर नहीं हो सकता. लोगों को संबोधित करते हुए वरुण बोले मैं GDP का 10% शिक्षा के क्षेत्र में और 10% स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च करने की पुरजोर वकालत करता हूं, सिर्फ तभी देश आगे बढ़ सकता है और ये सेवाएं बेहतर हो सकती हैं.
वरुण यहीं नहीं रुके उन्होंने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी तीखे तंज कसे. गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में 63 बच्चों की मौत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उस घटना के बाद मैंने खुद से सवाल पूछा कि इस चीज का क्या हल हो सकता है. मैंने सोचा कि जिन लोगों ने अपनी रक्षा और जीवन की बेहतरी के लिए मुझे चुना है मैं उनको बेहतर जीवन जीने में मदद कर सकूं. उससे अच्छा उन लोगों के लिए कुछ नहीं हो सकता.
वरुण ने लगातार हमले करते हुए कहा कि राज्य के जिला अस्पतालों की हालत बद से बदतर है. एम्स और प्रदेश के एकमात्र एसजीपीजीआई की भी हालत बेहद बुरी है. ज्यादातर लोग पैसे और दवाइयों के अभाव में मौत के मुंह में समा जाते हैं. वरुण ने सरकार को आईएएस औऱ आईपीएस की तर्ज पर इंडिय़न मेडिकल सर्विस भी बनाने की मांग की.
राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि वरुण लंबे अरसे से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से खफा हैं. आज जिस तरह वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ सुल्तानपुर में हमला बोला उससे जाहिर है कि भाजपा के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. खासकर इस गांधी को लेकर तो बिल्कुल भी नहीं. देखना है वरुण और भाजपा के बीच ये रुठने का दौर लंबा चलता है या फिर किसी अंजाम तक पहुंचता है.