घर हो या अपना अपार्टमेंट अगर इसमें बालकनी ना हो, तो बड़ा सुना सुना लगता है क्योंकि बालकनी छोटे से घर या अपार्टमेंट की खूबसूरती भी बढ़ाते हैं. बालकनी में खड़े होकर बाहर का नजारा देखना बहुत ही मनमोहक होता है. सुबह और शाम की चाय भी लोग बालकनी में बैठ कर पीना पसंद करते हैं. बारिश और ठंडी हवाओं का मजा भी अलग है. आपकी बालकनी गलत दिशा में है, तो आपको इसके नकारात्मक परिणाम भी झेलने पड़ते हैं.
वास्तु शास्त्र में घर या अपार्टमेंट में बालकनी का सही स्थान पर होना बहुत मायने रखता है, क्योंकि ये खुला स्थान है जहां से हवा और प्रकाश घर के अंदर आती है।वास्तुशास्त्र में दिशाओं का महत्व होता है और हर दिशा के अनुसार अलग अलग चीजों का स्थान निर्धारण किया गया है. आइए जानते हैं किस दिशा में हो आपके घर या अपार्टमेंट की बालकनी.
उत्तर दिशा
वास्तु अनुसार घर का उत्तरी भाग बालकनी बनाने के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है. घर का उत्तरी भाग जितना खुला हुआ होगा उतना ही घर के सदस्यों के लिए उन्नतिकारक होता है. यहां आप हरे भरे पौधे लगाएं, जिसकी हरियाली से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके.
पूर्व या उत्तरपूर्व दिशा
पूर्व दिशा और उत्तरपूर्व दिशा भी खुली होना सौभाग्यशाली माना जाता है. अगर आप घर बनाने या अपार्टमेंट लेने जा रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखे कि बालकनी या खुला स्थान पूर्व या उत्तरपूर्व में हो.
पश्चिम या उत्तरपश्चिम
अगर आपके घर का नक्शा ऐसा है या जगह का अभाव है कि आप पूर्व या उत्तर में बालकनी नहीं बनवा सकते तो आप पश्चिम दिशा में भी बालकनी बनवा सकते हैं. उत्तर पश्चिम (वायव्य कोण) इस दिशा में भी बालकनी अच्छा माना जाता है. यहां आप सुगंधित फूलों वाले पौधे लगाएं.
कहां नहीं होनी चाहिए बालकनी?
घर के दक्षिण पूर्व और साउथ और साउथ वेस्ट में कभी भी बालकनी या खुली जगह नहीं होनी चाहिए. वास्तु अनुसार दक्षिण दिशा में खुली जगह होना शुभ नहीं माना गया है. क्यूंकि ये रोग शोक को निमंत्रित करती है. आपके घर की बालकनी दक्षिण दिशा में है, तो वहां भारी पॉट रखें और लाल फूलों वाले पौधे लगाएं जिससे दक्षिण दिशा की निगेटिव एनर्जी आपको प्रभावित ना कर सकें.
बालकनी से जुड़े अन्य वास्तु टिप्स
1-बालकनी को सुंदर-साफ सुथरा बना कर रखें यहां कोई भी कचरा या टूटा फूटा फर्नीचर ना रखें.
2-बालकनी का वास्तु दोष दूर करने के लिए वास्तु प्लांट्स लगाएं जिससे आपके बालकनी की खूबसूरती भी बढ़ेगी.
3-बालकनी में गहरे रंगों का इस्तेमाल ना करे बल्कि यहां हल्के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए.
4-उत्तर दिशा की बालकनी में आप वाटर फाउंटेन लगाना शुभ होगा.
5-दक्षिण दिशा की बालकनी में शेड डाल दें या बड़े भारी गमले में पौधे लगाएं.