Vastu Tips: वास्तु का हमारे जीवन के हर पहलु पर असर होता है. फिर भी किसी न किसी वजह से इन तत्वों के बीच संतुलन कभी कभी गड़बड़ा जाता है, जिसको ठीक करने के लिए वास्तु यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल, वास्तु यंत्र नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोकता है. यह घर के चारों ओर एक सुरक्षा कवच बनाता है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आताी है. यह आसपास की नकारात्मक शक्तियों से लड़ता है तथा परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य बनाए रखने में मदद करता है.
वास्तु दोष निवारण यंत्र
वास्तु दोष एक बड़ी समस्या है, जिसपर अगर घर बनाते समय ध्यान नहीं किया गया तो इससे आपका जीवन प्रभावित हो सकता है. वास्तु दोष निवारण यंत्र उन सभी परिवारों के लिए वरदान है जिन्होंने किसी विवादित भूमि पर घर बनाया है तथा अपने जीवन में संतुलन की तलाश कर रहे हैं.
वास्तु यंत्र का आकार चौकोर होता है तथा यह अष्टधातु से बना होता है. हिंदू ज्योतिष में अष्टधातु का बहुत महत्व है. यह प्रकृति की सभी पांच धातुओं यानी सोना, चांदी, तांबा, पीतल और लोहे से बना होता है. वास्तु यंत्र में ये सभी धातु होने से यह सभी नकारात्मक शक्ति को बेअसर करता है और घर में शांति बनी रहती है.
फ्लैट या अपार्टमेंट में यंत्र कहां रखना चाहिए?
वास्तु यंत्र (Vastu Yantra) को घर में जमीन के अंदर गाड़ना सबसे सही रहता है. आपको घर बनाने से पहले अपने घर की मिट्टी खोदकर इसे अंदर रख देना चाहिए. आप किसी फ्लैट या अपार्टमेंट में रह रहे हैं तो वास्तु दोष निवारण यंत्र को रखने के लिए सही दिशाएं हैं.
वास्तु दोष निवारण यंत्र को रखने के लिए उत्तर पूर्व दिशा सबसे उत्तम स्थान है. उत्तर-पूर्व का कोना पूजा की दिशा है. सूर्य उदय होने के बाद इसका प्रकाश पहले उत्तर-पूर्व दिशा में ही पड़ता है. ऐसा कहा जाता है कि जब सुबह की धूप खिड़की से वास्तु यंत्र पर पड़ती है, तो यंत्र अधिक प्रभावी ढंग से काम करता है.
यंत्र को अपने घर की दक्षिण-पूर्वी दीवार पर लगाएं. यंत्र के बगल में या उसके ऊपर दीवार पर दीपक रखें, जिससे दिन-रात प्रकाश मिलता रहे. दक्षिण पूर्व दिशा को स्त्री सुरक्षा स्थान माना जाता है. आपके घर के इस हिस्से में यंत्र होने से आपके घर की महिलाओं की भलाई तथा सुरक्षा सुनिश्चित होगी. आप इसे अपने ड्राइंग रूम के कोने में किसी टेबल पर रख सकते हैं. लिविंग रूम के लिए टॉप रंग पर विचार करें.
ध्यान देने वाली बातें
यंत्र को रखने की सही जगह को लेकर ज्योतिषों के अलग-अलग विचार हैं. लेकिन हमारा मानना है कि इसके लिए आपको किसी ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए. हालांकि, यंत्र का केवल सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है, फिर भी अपनी संतुष्टि के लिए किसी ज्योतिषी से परामर्श करना सही रहेगा.
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