रायपुर। वेदांता समूह ने राजधानी के नया रायपुर में 100 बिस्तरों के अत्याधुनिक कोविड फील्ड अस्पताल के स्थापना की घोषणा की है. समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) की देखरेख में यह अस्पताल युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है. एक पखवाड़े में इसके प्रचालन में आने की संभावना है. वेदांता के इस महत्वपूर्ण कदम से छत्तीसगढ़ राज्य शासन को कोविड-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई को मजबूती देने में मदद मिलेगी.

नया रायपुर के सेक्टर-36 में बालको मेडिकल सेंटर (कैसर अस्पताल) के समीप स्थापित किए जा रहे कोविड फील्ड अस्पताल के निर्माण में बालको तेज गति से काम कर रहा है. वातानुकूलित कोविड अस्पताल का प्रबंधन और प्रचालन बालको मेडिकल सेंटर की देखरेख में होगा. अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त 90 बिस्तर होंगे. 10 बिस्तरों में वेंटिलेटर की सुविधा होगी. विशेषज्ञ चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का दल अस्पताल में निरंतर अपनी सेवाएं देगा.

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और निदेशक अभिजीत पति ने राजधानी में कोविड अस्पताल की स्थापना पर कहा कि जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए हम पूरी क्षमता के साथ योगदान देने के लिए कटिबद्ध हैं. महामारी से संक्रमित नागरिकों को नए कोविड अस्पताल से बड़ी राहत मिलेगी. वेदांता समूह के सहयोग से बालको कोरोना वाइरस से लड़ने की दिशा में सतत योगदान कर रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार और जिला प्रशासन को बालको की ओर से हरसंभव मदद दी जाएगी. हम सुरक्षा प्रोटोकॉल के उच्च मानदंडों का पालन करते हुए पूरी जिम्मेदारी के साथ एक-दूसरे का ध्यान रखें. स्वयं और अपने परिवारजनों को सुरक्षित बनाएं.

बालको मेडिकल सेंटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वेंकटा कुमार ने कोविड से निपटने की दिशा में चल रही तैयारियों पर कहा कि बालको मेडिकल सेंटर ने अग्रिम पंक्ति में रहते हुए कोरोना को हराने की दिशा में चल रहे अभियान में अपना योगदान सुनिश्चित किया है. कोरोना की जांच, उपचार और शोध के क्षेत्र में बालको मेडिकल सेंटर अग्रणी है. यह सेंटर राज्य का पहला ऐसा निजी स्वास्थ्य केंद्र है. जिसे छत्तीसगढ़ शासन ने आटीपीसीआर परीक्षण और कोविड संक्रमित मरीजों की प्लाज्मा थैरेपी की सहमति दी. छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग और मार्गदर्शन में हमने समुदाय के सभी स्तरों तक कोविड का उपचार उपलब्ध कराने में सफलता पाई है.

वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के नेतृत्व में सामुदायिक विकास की अनेक परियोजनाएं देश भर में संचालित हैं. राजधानी रायपुर में कोविड फील्ड अस्पताल अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तत्वावधान में आकार ले रहा है. यह कदम देश और समुदायों को वापस लौटाने की अनिल अग्रवाल की सोच का परिणाम है.

वेदांता समूह देश के 10 शहरों में अत्याधुनिक कोविड फील्ड अस्पतालों का निर्माण कर रहा है. इस प्रक्रिया से भारत भर में 1000 क्रिटिकल केयर बेड उपलब्ध हो जाएंगे. आवश्यकतानुसार केंद्र और राज्य सरकारों, स्थानीय समुदायों की मदद के लिए 150 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. इससे तेजी से फैल रहे कोविड-19 के दूसरे लहर पर नियंत्रण में सहायता मिलेगी. यह मदद 201 करोड़ रुपए की उस राशि के अतिरिक्त है. जिसे वेदांता समूह ने वर्ष 2020 में कोविड राहत कार्यों, देश भर में दिहाड़ी मजदूरों की आजीविका और मदद समूह की विभिन्न इकाइयों में कार्यरत, कर्मचारियों, ठेका कर्मचारियों और उनके परिवाजरनों की जागरूकता और बचाव की दिशा में संचालित स्वास्थ्य सहायता आदि में निवेश किए थे.

बता दें कि कोरबा जिले के बालकोनगर में 100 बिस्तरों वाले कोविड सेंटर की स्थापना की गई है. आधारभूत संरचनाएं और पर्याप्त संख्या में चिकित्सक और चिकित्साकर्मी इस केंद्र में उपलब्ध हैं. बालको ने कोरबा जिला प्रशासन को जरूरी उपकरण और दवाइयां उपलब्ध कराई हैं.

भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) देश की प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादक इकाई है. कंपनी की 49 फीसदी अंशधारिता भारत सरकार के और 51 फीसदी अंशधारिता वेदांता लिमिटेड के स्वामित्व में है. वेदांता लिमिटेड दुनिया की 6वीं सबसे बड़ी वैविध्यीकृत प्राकृतिक संसाधन कंपनी है. यह कंपनी देश में एल्यूमिनियम का सबसे अधिक उत्पादन करती है. बालको द्वारा कोरबा में 0.57 मिलियन टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता के एल्यूमिनियम स्मेल्टर का प्रचालन किया जाता है. बालको मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों की अगुवा कंपनी है, जिसके उत्पादों का महत्वपूर्ण अनुप्रयोग कोर उद्योगों में किया जाता है. विश्वस्तरीय स्मेल्टर और बिजली उत्पादक संयंत्रों के साथ बालको का ध्येय ‘भविष्य की धातु’ एल्यूमिनियम को उभरते अनुप्रयोगों के लिए प्रोत्साहित करते हुए हरित और समृद्ध कल के लिए योगदान करना है.

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