समीर शेख बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में आपराधिक मामलों में पुलिस ने लाखों रुपये की गाड़ियां जब्त की है, लेकिन खुले आसमान में लंबे समय से पड़े रहने से वाहन न केवल जंग का शिकार हो रहे हैं, बल्कि ये पूरी तरह से कबाड़ का रूप भी लेते जा रहे हैं. कबाड़ वाहनों के ऐसे पड़े रहने के वजह से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है.

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दरअसल, बड़वानी थाना परिसर में जब्त वाहनों की नीलामी लंबे समय से नहीं हो रही है. ऐसे में थाने में गाड़ियां लावारिश की तरह पड़ी हुई है. पुलिस ने अलग-अलग मामलों में जब्त की गई गाड़ियां और शराब में जब्त वाहनों को सही तरीके से रख रखाव नहीं होने से कबाड़ बनते जा रहे है. प्रशासन के नियम के मुताबिक इन गाड़ियों को नीलामी की जाती है. थाने में बाइक और अन्य गाड़ियों को देख रेख करने वाला कोई नहीं है.

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सरकारी प्रकिया के अनुसार गाड़ियों की नीलामी की जाए तो थाने में पड़ी गाड़ियों के नीलामी से अच्छा रकम मिल सकता है. एक समय में जब्त वाहनों की कीमत लाखों रुपयों की थी, लेकिन आज कबाड़ के भाव में बिकने के लायक बन गई है. बता दें कि थानों में करीब दर्जनों बाइक, पांच से आठ चारपहिया और बड़े वाहन सालों से खड़े-खड़े कबाड़ बन चुके हैं.

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