फल आपके स्वास्थ्य के लिए कितने फायदेमंद हैं ये शायद हमें आपको बताने की जरूरत नहीं है. आज कल देखा गया है कि लोग विदेशी और एक्जॉटिक फलों की तरफ काफी आकर्षित हो रहे हैं. जबकि हमारे देश में ही ऐसे फल हैं जिनका स्वाद आपने अभी तक चखा नहीं होगा. ये फल आपको फूड मार्केट में कभी कभार ही मिलेंगे. लेकिन स्वाद और प्रौष्टिक गुणों में सबसे आगे हैं.

कमरख

हरे रंग का ये चमकीला फल स्टार फ्रूट के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि काटने पर ये स्टार या तारे के आकार में नजर आता है. ये अपने अत्यंत खट्टे स्वाद के लिए जाना जाता है. कच्चा कमरख चमकीले हरे रंग का होता है और पकने के बाद हल्के पीले रंग का हो जाता है. इसका इस्तेमाल चटनी, अचार और सलाद बनाने में किया जाता है.

लोकाट

पहाड़ी इलाकों का एक और लोकप्रिय फल लोकाट अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. कहीं इसे लुकाट कहा जाता है तो कहीं लुगाठ. औषधीय गुणों से भरपूर ये फल शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है. इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है. कच्चा लोकाट हरे रंग का और पकने पर पीले रंग का हो जाता है.

खिरनी

खिरनी भी गर्मियों में मिलने वाला एक बहुत ही स्वादिष्ट फल है. मगर फिर भी बहुत कम लोगों को ही इसके बारे में पता है क्योंकि ये गर्मियां शुरू होने के बाद मई में कुछ ही दिनों के लिए मिलता है. ये आपको उन फल वालों के पास मिल जाएगा जो आमतौर पर जामुन बेचते हैं. खिरनी का स्वाद बहुत ज़्यादा मीठा होता है क्योंकि इसकी ताल्लुक चीकू की प्रजाति से है. ये फल भी भारत के कुछ पहाड़ी इलाकों में मिल जाएगा.

बिलिंबी

बिलिंबी को आप कमरख का दूर का रिश्तेदार कह सकते हैं. जब ये कच्चा होता है तो चटख हरे रंग का और काफी सख्त होता है लेकिन पकने के बाद इसमें हल्का पीलापन आ जाता है और ये मुलायम भी हो जाता है. बिलिंबी का स्वाद मूलत: खट्टा और काफी तेज होता है इसलिए इसका इस्तेमाल ज़्यादातर चटनी और अचार बनाने के लिए किया जाता है. हालांकि कुछ लोग इसे शरबत बनाने के लिए भी इस्तेमाल करना पसंद करते हैं.

आमड़ा

आमड़ा की ज़्यादातर पैदाइश बंगाल, बिहार, नॉर्थ-ईस्ट और ओडिशा में ही होती है. कई इलाकों में इसे जंगली आम के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसका रंग और आकार काफी हद तक वैसा ही होता है और इसका पेड़ भी आम के पेड़ जैसा ही होता है. इसके अलावा इसके स्वाद में भी आपको कच्चे आम की खटास और पके अनानास की मिठास मिलेगी. लोग इसका इस्तेमाल चटनी और अचार बनाने के लिए करते हैं और बहुत से लोग इसे ऐसे ही नमक-मिर्च लगा कर भी खाते हैं.

कैथा (कबीट)

ये एक बॉल की तरह गोल और सख्त फल होता है जिसकी ऊपरी सतह सूखी मिट्टी के रंग की होती है. इसके अंदर का गूदा हल्का लिसलिसा होता है जिसमें छोटे-छोटे क्रंची बीज होते हैं जिन्हें खाया जा सकता है. कच्चे कैथे का स्वाद हल्का कसैला होता है और जब ये पक जाता है तो इसमें एक तेज़ खुशबू आती है और इसका स्वाद खट्टा-मीठा हो जाता है. कुछ लोग इसे ऐसे ही खाना पसंद करते हैं और काफी जगहों पर इसमें नमक, मिर्च, चीनी और कुछ मसाले मिलाकर खाया जाता है.

ताडग़ोला

गर्मियों में अगर चीनी और केमिकल्स से लोडेड पैके्ड ड्रिंक्स से बेहतर ताजग़ी चाहिए हो तो बस 1-2 ताडग़ोला खा लीजिए और आपको जिंदगी भर इसका स्वाद याद रहेगा. ताल या ताड़ के पेड़ पर गुच्छों में लगता है. चपटे और गोल आकार के इस फल की ऊपरी सतह ऑफ-व्हाइट रंग की होती है जो हवा के संपर्क में आने पर काली पडऩे लगती है. इसके अंदर जेली जैसे टेक्सचर वाला फल होता हो जिसे जब आप खाते हैं तो अंदर से ढेर सारा रस निकलता है.

शहतूत

ये फल दिखने में किसी कीड़े जैसा लगता है लेकिन स्वाद उतना ही ज़बरदस्त होता है. गर्मियों में बहुत कम समय के लिए पााय जाने वाला ये फल कच्चा होने पर हरा फिर गुलाबी और फिर गहरे बैंगनी रंग का हो जाता है. इसका दाग अगर कपड़ों पर लग जाए तो बहुत मुश्किल से छूटता है. शहतूत के पेड़ पर ही रेशम के कीड़े भी पाए जाते हैं.