रायपुर. देश में 4-जी नेटवर्क की उपलब्धता जांचने के लिए कम्युनिकेशन क्षेत्र की संस्था ओपन सिग्नल ने पूरे देश में 4-जी नेटवर्क की उपलब्धता जांचने को एक सर्वे किया. खास बात ये है कि इस सर्वे में देश के टाप-20 शहरों में छत्तीसगढ़ का कोई भी शहर शामिल नहीं हो सका. राजधानी रायपुर को कितने भी हाईटेक करने के दावे किए जाएं लेकिन हकीकत कुछ औऱ ही कहानी कह रही है.
इस सर्वे में सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि 4-जी नेटवर्क की उपलब्धता यानि कि अवेलिबिलिटी के मामले में बिहार की राजधानी पटना ने मुंबई, दिल्ली औऱ बैंगलुरु जैसे शहरों को पिछाड़कर नंबर वन स्थान हासिल किया. यानि कि पटना में सबसे बेहतर 4-जी नेटवर्क है.
लंदन बेस्ड ओपन सिग्नल ने अपने टाप-20 शहरों की लिस्ट में मुंबई को 15हवें नंबर पर रखा है जबकि दिल्ली 17हवें नंबर पर है. पटना में जहां 4-जी की अवेलिबिलिटी 92.6 परसेंट रही वहीं बैंगलुरु में 88.3 परसेंट 4-जी अवेलिबिलिटी थी.
इस सर्वे को 90 दिनों तक किया गया. जिसमें यूजर्स के 4-जी एक्पीरिएंस औऱ कनेक्टिविटी के बारे में फीडबैक लिया गया. जिसके आधार पर कंपनी ने ये लिस्ट जारी की. इस सर्वे की खास बात ये रही कि टेक हब कहलाने वाले शहरों और सामान्य शहरों के बीच 4-जी कनेक्टिविटी में बहुत फासला नहीं रहा यानि कि छोटे औऱ बड़े शहरों में तेजी से 4-जी नेटवर्क पहुंच रहा है.
सर्वे में ये साफ हुआ है कि रिलायंस जियो ने 4-जी के क्षेत्र में वाकई क्रांति की है. इसकी वजह से ही देश की ग्रामीण आबादी में 83 मिलियन लोगों ने 4-जी सेवाओं के लिए सब्सक्राइब कराया.
इस सर्वे में छत्तीसगढ़ के लिए आईना दिखाने वाली बात ये रही कि सरकार भले ही रायपुर को हाईटेक सिटी बनाने औऱ स्मार्ट सिटी बनाने के लाख दावे करे लेकिन पूरे राज्य में 4-जी सेवाओं का बुरा हाल तो है ही राजधानी रायपुर तक का नाम देश के टाप-20 शहरों की लिस्ट में नहीं है. जबकि इलाहाबाद, सूरत औऱ पिंपरी-चिंचवाड़ जैसे छोटे शहरों तक का नाम इस लिस्ट में शामिल है. इससे पता चलता है कि राजधानी रायपुर समेत पूरे राज्य में मोबाइल सेवाओं औऱ 4-जी सेवाएं किस बुरी हालत में हैं.