नई दिल्ली। भारत के दिग्गज वकीलों में से एक फली एस नरीमन का निधन हो गया है. उन्होंने 95 की उम्र में बुधवार को अंतिम सांस ली. इसे भी पढ़ें : बिरनपुर हिंसा की होगी सीबीआई जांच, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की विधानसभा में घोषणा…
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सरकार के दौरान एडिशनल सॉलिसिटर जनरल रहे फली नरीमन के निधन की जानकारी उनके कार्यालय ने दी. नरीमन ने कई ऐतिहासिक मामलों में बहस की, इनमें से एक राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग का मामला भी शामिल था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था. इसके अलावा उन्होंने भोपाल गैस कांड के दोषी रहे यूनियन कार्बाइड के पक्ष में अदालत में दलील दी. हालांकि, इस बात का फली एस नरीमन को जिंदगीभर मलाल रहा.
2007 में मिला पद्म विभूषण
10 जनवरी, 1929 को जन्मे नरीमन ने 1950 में बॉम्बे हाई कोर्ट में वकालत की शुरुआत की. 1961 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता बनाया गया. 1972 और 1975 के बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के रूप में कार्य किया. हालांकि, आपातकाल के दौरान इस पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. फली नरीमन को जनवरी 1991 में पद्म भूषण और 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
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सीजीआई से लेकर पीएम ने जताया शोक
फली एस नरीमन के निधन पर सीजेआई चंद्रचूड़ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक व्यक्त किया. पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा कि फली नरीमन उत्कृष्ट विधि विशेषज्ञों और बुद्धिजीवियों में से थे. उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों तक न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्पित कर दिया. मैं उनके निधन से दुखी हूं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी नरीमन के निधन पर शोक व्यक्त किया.
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