रायपुर. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नए विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा, छत्तीसगढ़ से मेरा बहुत पुराना नाता है. छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में करीब 100 बार वकील की हैसियत से आया हूं. मैं कह सकता हूं कि, छत्तीसगढ़ मेरा कर्मभूमि रहा है. मेरा गहरा लगाव छत्तीसगढ़ से है. छत्तीसगढ़ में 50 से अधिक नए विधायकों का होना बड़ी बात है, लेकिन यह प्रबोधन सत्र सभी विधायकों के लिए महत्वपूर्ण है.

आगे उपराष्ट्रपति ने कहा, सदस्यों को संविधान की अच्छी जानकारी होनी चाहिए. संविधान की जो मूल प्रति की जनाकारी आपको होनी चाहिए. संविधान की किताब में भगवान राम, माता सीता की तस्वीर है. भगवान कृष्ण की तस्वीर है. जैन मुनियों का उल्लेख है, सिख गुरुओं का उल्लेख है, गांधी का है, अकबर का उल्लेख है. मैं चाहता हूं कि संविधान की मूल प्रति आपके पास हो, आपको जनाकारी होनी चाहिए.

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने यह भी कहा कि, डॉ. भीमराव अंबेडकर ने धारा 370 को ड्राप्ट नहीं किया था, उन्होंने क्यों इंकार किया था. इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए. मैं कश्मीर की पीड़ा से वाकिफ रहा हूं. मैं बतौर केंद्रीय मंत्री करीब से देखा है. आज धारा 370 हटने के बाद कश्मीर खुशहाल है. मैं देख रहा हूं, देश देख रहा है.

संविधान निर्माण यात्रा के दौरान जो बड़े-बड़े बदलाव हुए उसकी जानकारी आपको होनी चाहिए. लोकसभा बनने के बाद संविधान का जो पहला संशोधन उसमें मौलिक अधिकार पर अंकुश लगाया गया था. ये क्यों लगाया, इसके पीछे क्या कारण रहे, इससे क्या हुआ ? ये सब आपको जानना चाहिए.

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