Vice President Election: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया अलांयस के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी (B Sudershan Reddy) ने नामांकन दाखिल कर दिया है। रेड्डी ने चार सेट में नामांकन दाखिल किया। खड़गे समेत 20 नेता प्रस्तावक बने। इस मौके पर विपक्ष एकजुट नजर आया और सोनिया-राहुल गांधी समेत शरद पवार, संजय राउत समेत, डीएमके सांसद तिरुचि शिवा और सपा सांसद रामगोपाल यादव समेत करीब 80 विपक्षी सांसद मौजूद रहे। रेड्डी ने नामांकन दाखिल करने से पहले संसद परिसर में प्रेरणा स्थल पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।

बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोटिंग होगी। उसी दिन काउंटिंग भी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकती है। बी सुदर्शन रेड्डी का मुकाबल सत्ता पक्ष और एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) से है। एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 20 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल किया था।

नामांकन दाखिल करने के बाद बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि यह चुनाव केवल एक व्यक्ति का चुनाव नहीं है, बल्कि भारत के उस विचार से जुड़ा है जहां संसद ईमानदारी से काम करती है, असहमति का सम्मान किया जाता है और संस्थाएं स्वतंत्रता और निष्पक्षता के साथ लोगों की सेवा करती हैं। रेड्डी ने आगे कहा कि अगर वे चुने जाते हैं, तो उपराष्ट्रपति पद को निष्पक्षता, गरिमा, संवाद और शिष्टाचार के साथ निभाएंगे।

रेड्डी का मुकाबला NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से

रेड्डी का मुकाबला NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से है। खास बात है कि दोनों उम्मीदवार दक्षिण से हैं। रेड्डी 21 अगस्त को नामांकन करेंगे। उन्होंने बुधवार को नॉमिनेशन भर दिया है। PM नरेंद्र मोदी पहले प्रस्तावक बने। 79 साल के रेड्‌डी गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और गोवा के पहले लोकायुक्त रह चुके हैं। वे आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं।

2007 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोटिंग होगी। उसी दिन काउंटिंग भी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकती है। दरअसल, उपराष्ट्रपति का चुनाव जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई की रात अचानक इस्तीफा देने की वजह से हो रहा है। 74 साल के धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था।

कैसे होगा उपराष्ट्रपति का चुनाव?

उपराष्ट्रपति के चुनाव में केवल राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य ही हिस्सा लेंगे। उपराष्ट्रपति चुनने के लिए बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाएगा। इस चुनाव में कोई भी दल अपनी पार्टी के लिए व्हिप जारी नहीं कर सकता है। इसके साथ ही इस बात का पता भी नहीं चलता की किस सदस्य ने किस उम्मीदवार को वोट दी है। संसद में बीजेपी के पास बहुमत है और इस चुनाव को वो आसानी से जीत सकती है। विपक्ष के पास बहुमत से 79 कम संख्या है इसके बाद भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा है। इस चुनाव के जरिए विपक्षी दल संदेश देना चाहते हैं कि वे हर हाल में लड़ते रहेंगे।

यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m