रायपुर- उप राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ पहुंचे वैकेंया नायडू ने राज्योत्सव के मंच से नक्सलियों को बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि अगर बदलाव लाना चाहते हैं, तो चुनाव लड़िए, नेता बनिए और चुनकर आईए, फिर बदलाव कीजिए. यही एक विकल्प है, बदलाव लाने का. हिंसा के रास्ते बदलाव नहीं लाया जा सकता. नायडू ने कहा कि रक्तपात का रास्ता अपनाने वाले लोकतंत्र के रास्ते को अपनाएं. लोकतंत्र ही एकमात्र विकल्प है. उन्होंने कहा कि देश बुलेट से नहीं बैलेट से ही बदलता है.

 

राज्योत्सव पर प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू ने प्रदेश के विकास को जमकर सराहा. उन्होंने कहा कि राज्य ने काफी विकास किया है, जिसे देखकर खुशी होती है. वैंकेया नायडू ने राज्य सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने कई अच्छे कार्य किए हैं. सरकार अगर ऐसे ही और भी काम करते रही तो फिर से सरकार बना सकती है. अलग राज्य बनने का बाद नया उत्साह बनता है. छोटे राज्यों में सब से ज्यादा विकास हुआ है.  यह एक मिसाल है, हर छोटे राज्यों के लिए. अलग राज्य अलग पहचान बनाता है. अब खुशी है कि सामाजिक सहिष्णुता का राज्य है.  छत्तीसगढ़ देश में सबसे तेजी से विकसित होने वाला राज्य है. उप राष्ट्रपति ने कहा कि  कृषि क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ आगे बढ़ा है. शून्य की स्थिति से शिखर पर पहुंचा है. छत्तीसगढ़ ने अद्भूत प्रगति किया है. छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां फूड सिक्यूरिटी एक्ट हैं. रायपुर में एम्स खोला गया है. उद्योग में वृद्धि हुई. रोजगार बढ़ा है. बिजली कटौती के मामले में जीरो पाॅवर कट स्टेट हैं.

वैंकेया नायडू ने कहा कि नक्सल क्षेत्रों में भी सरकार विशेष ध्यान दे रही है. शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर कम करना है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य गरीबी उन्नमूलन और भ्रष्टाचार उन्नमूलन में मिलकर काम करें. सरकार और जनता को भी मिलकर काम करने चाहिए. नायडू ने कहा कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है. हाल ही में सरकार ने किसानों को 21 करोड़ रूपए बोनस दिया है. किसान यहां के बैक बोन है. डाॅ.रमन सिंह को यहां चावल वाले बाबा के नाम से पहचाना जाता है. उन्होंने कहा कि आकार का निर्माण करना प्रकार का निर्माण करना है. इसके लिए सहकार की भूमिका जरूरी है. नायडू छत्तीसगढ़ के  स्मार्ट सिटी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राइट टू स्किल डेवलपमेंट करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है. बीते 17 सालों में छत्तीसगढ़ का बजट सात हजार करोड़ रूपए से बढ़कर 80 हजार करोड़ तक जा पहुंचा है. एक वक्त ऐसा था, जब सड़क में गड्डे हैं या गड्डे में सड़क हैं, ये पता ही नहीं चलता था. अब राज्य का स्वरूप बदल गया है. छत्तीसगढ़ शिक्षा का हब बन चुका है. जल्द ही रायगढ़, अंबिकापुर में उड़ान की तैयारी है.

लड़की 18 साल की होती है, तो उस पर सब की नजर होती है- वैंकेया नायडू

उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू ने कहा कि लड़की की उम्र जब 18 साल की हो जाती है, तो उस पर सबकी नजर होती है. छत्तीसगढ़ भी अब 18 साल का हो गया है. जाहिर है, इस पर सबकी नजर है. इसलिए अब छत्तीसगढ़ को और भी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बालिका शिक्षा, कुपोषण की दर दूर करने, गरीबी और भ्रष्टाचार को खत्म करने के उपायों पर भी और आगे आकर काम करना होगा.

कम समय में छत्तीसगढ़ ने लगाई विकास की लंबी छलांग- बलरामदास टंडन

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल बलराम दास टंडन ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने बहुत कम समय में ही विकास की दिशा में लंबी छलांग लगाई है. नवयौवन में ही छत्तीसगढ़ ने विकास की ऊंचाई छू ली है. एक वक्त था, जब इसे बीमारू राज्य कहा जाता था. ऐसा कोई राज्य नहीं था, जो फूड सिक्यूरिटी देता है. उन्होंने कहा कि शायद ही कोई अन्य राज्य हो, जो इतनी छोटी उम्र में इतनी उपलब्धि अर्जित किया हो.

सीएम ने किया अटल बिहारी बाजपेयी को याद

राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने राज्य निर्माण के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना में उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू की भी बड़ी भूमिका रही है. आज हम जो स्वरूप छत्तीसगढ़ का देख रहे हैं, उसमें नायडू जी की बड़ी भूमिका रही.  उन्होंने शहीद गेंद सिंह, वीरनारायण सिंह, गुंडाधूर समेत तमाम विभूतियों को याद किया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ तेजी से विकास कर रहा है. सीएम ने कहा कि 17 साल का सफर पूरा कर अब 18 साल में जा पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 72 हजार पंप से बढ़कर 4 लाख तक हो गया है. तेंदूपत्ता संग्राहकों को मिलने वाली राशि चार सौ से बढ़ाकर ढाई हजार कर दी गई है. श्रमिकों के लिए छत्तीसगढ़ ने सबसे ज्यादा काम किया है. खाद्यान्न सुरक्षा योजना पूरी दुनिया में कहीं नहीं है. सीएम ने कहा कि स्मार्ट कार्ड में अब 30 हजार की बजाए 50 हजार रूपए तक का इलाज कराया जा सकता है. हमने साढ़े छह लाख आवास बनाने का लक्ष्य रखा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये आपके सपनों का छत्तीसगढ़ है. आज विकास के लिए संकल्प दोहराने का दिन है. देश में छत्तीसगढ़ का विकास पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर होगा.