शिवम मिश्रा, रायपुर. अंधविश्वास में आकर एक महिला ठगी की शिकार हो गई. घर में भूत प्रेत का साया बताकर और रकम एवं जेवर दोगुना करने का झांसा देकर शातिर ठगों ने एक महिला से 33 लाख के जेवर और 42 लाख कैश ठग लिए. मामला राजधानी के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र का है. महिला की शिकायत पर पुलिस ने शातिर ठग आशुतोष और आरती के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है.

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महिला की आरोपियों से मुलाकात हुई थी. आरोपियों ने उज्जैन से रायपुर आकर महिला के घर आकर रकम एवं जेवर दोगुना करने का झांसा देकर 33 लाख के जेवर और 42 लाख कैश लेकर भाग निकले. प्रार्थीया रेखा साहू पति देवी प्रसाद साहू ने बताया, वह मलसाय तालाब के पास राम जानकी भवन, कुशालपुर में रहती है. आशुतोष निवासी गुजरात, आरती पाटिल निवासी नासिक दोनों अपराधिक षडंयत्र कर मेरे एवं मेरे रिश्तेदारों को घर में बुरा साया दूर करने की बात कही और सोना-नगदी रकम दोगुना करने का प्रलोभन देकर कुल 67 तोला सोने का जेवर कीमत 33 लाख 50 हजार रुपए एवं नगदी 42 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर फरार हो गए. उन्होंने इसकी शिकायत पुरानी बस्ती थाने में की.

प्रार्थीया रेखा साहू ने बताया, वह फरवरी 2022 में कसडोल में रहने वाली अपनी देवरानी श्यामा बाई साहू, गिरिजा बाई साहू, देवरानी की बहन लक्ष्मी बाई साहू, लिलिमा बाई बहू, संजनी साहू के साथ महाकालेश्वर उज्जैन गई थी. वहां दर्शन के दौरान एक सन्यासी आशुतोष अपने आपको गुजरात का रहने वाला तथा आरती पाटिल अपने आपको नासिक की रहने वाली बताई. वे दोनों हम लोगों का हस्तरेखा देखे और बताया कि आप लोगों के घर में बुरा साया है. वे दोनांे अपना मोबाइल नंबर दिए और हम लोगों का भी मोबाइल नंबर लिए. हम सभी दो दिन के बाद अपने घर वापस आ गए.

प्रार्थीया रेखा साहू ने बताया, रायपुर आने के बाद हम लोग आशुतोष और आरती से मोबाइल से बातचीत करते थे. मार्च 2022 में आशुतोष, आरती पाटिल कसडोल आए. मैं उस समय कसडोल में थी, वहां वे लोग हवन पूजन कराया.दस दिन रुकने के बाद दोनों वापस चले गए. जून 2022 में आशुतोष, आरती पाटिल मेरे घर रायपुर आए. एक- दो दिन रुकने के बाद मेरे पति, मेरे पुत्र लेखराज साहू के साथ कसडोल गए. वहां लगभग एक सप्ताह रुककर पूजा की और बताया कि तुम लोगों के पास जो भी सोना और नगदी रकम है एक माह में दोगुना कर देंगे. हम लोग उनके झांसे में आकर जेवर और नगदी रकम लाल कपड़े में बांधकर आलमारी में रखवा दिए और बोले की एक माह बाद आलमारी खोलना तब तक सोना और रकम दोगुना हो जाएगा.

प्रार्थीया रेखा साहू ने बताया, आशुतोष, आरती पाटिल रायपुर के घर में भी पूजा-पाठ किया. मेरा जेवर लाल कपड़े में बांधकर आलमारी के लकर में रखवाए और कैश को लाल कपडे में बांधकर किचन में रखे स्टील के ड्रम में रखवाए और वापस चले गए. सितंबर में फिर दोनों रायपुर आए. मैं, मेरे पति व पुत्र लेखराज साहू कसडोल चले गए. घर में छोटा बेटा तोशेष साहू था. इस दौरान आशुतोष और आरती पाटिल सोना एवं नगद रकम को लेकर भाग निकले. मेरे एवं मेरे रिश्तेदारों का कुल 67 तोला सोने का जेवर और 42 लाख रुपए कुल जुमला 75,50,000 रुपए की धोखाधड़ी कर दोनों फरार हो गए.