रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रदेश में बढ़ती जा रही शराबखोरी और आपराधिक वारदातों के मद्देनज़र प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि प्रदेश में पीड़ित पक्ष तक को इंसाफ न मिलना और आरोपी को जमानत मिलने से भयभीत पीड़ित परिवार का इच्छामृत्यु मांगना प्रदेश सरकार की कलंकित कार्यप्रणाली की एक बदनुमा मिसाल है। शर्मा ने कहा कि शराब की कोचियागिरी करने में मशगूल सरकार को अब न तो राजनीतिक, न प्रशासनिक और न ही कानून-व्यवस्था व सामाजिक सुरक्षा की मर्यादा की कोई सुध रह गई है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शर्मा ने धरसीवाँ में अपनी कॉलोनी में शराबखोरी से रोकने वाले साँईं सदन निवासी एक फैक्ट्री कर्मचारी हेमंत कश्यप पर आरोपी शराबी अभिनव गिलहरे द्वारा शराब की बोतल से किया गया हमला नागरिक सुरक्षा के सरकारी दावों की धज्जियाँ उड़ रहा है। पीड़ित हेमंत के सिर व गले में क्रमश: 10 व 17 और हाथों में दो टाँके लगे हैं। इस वारदात पर पुलिस द्वारा साधारण धाराओं में प्रकरण दर्ज किए जाने और तहसील से ही आरोपी को जमानत मिल जाने के कारण पीड़ित परिवार ने कल 24 अगस्त से बेमियादी धरने पर बैठने का ऐलान किया है और मुख्यमंत्री, विधायक व तहसीलदार से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। शर्मा ने कटाक्ष किया कि एक ओर अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले से भयभीत पीड़ित परिवार इंसाफ और इच्छामृत्यु मांग रहा है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने जन्मदिन के जश्न में ही मशगूल रहे! न्याय योजनाओं की ढिंढोरची सरकार के मुखिया जब अपराधों की रोकथाम करके लोगों को सुरक्षा और न्याय नहीं दिला पा रहे हैं तो उनकी तमाम न्याय योजनाएँ कितनी खोखली साबित होंगीं, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शर्मा ने फिर कटाक्ष किया कि मुख्यमंत्री बघेल को शायद यह रास नहीं आएगा कि जो ‘बेचारा’ (आरोपी) ‘शराब पीकर कांग्रेस, प्रदेश सरकार की अर्थव्यवस्था को सम्हाल रहा हो’, उसमें कोई खलल डाले और ‘सरकार बहादुर’ ने पीड़ित हेमंत को ‘शासकीय कार्य में बाधा डालने’ के जुर्म में जेल-दाखिल नहीं करके अपने तार-तार होते ‘न्याय-धर्म’ की लाज रख ली। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार का आपराधिक प्रवृत्ति पर कोई नियंत्रण ही नहीं रह गया है। हाल ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का यशोगान करते हुए जब मुख्यमंत्री बघेल न्याय योजना के कसीदे पढ़ रहे थे, तब रायगढ़ जिले के सरिया स्थित लोनिवि के शासकीय आवास में जमकर शराबखोरी करने की खबरें प्रकाश में आई हैं। ये सभी आरोपी रायगढ़ के विधायक व्यक्तिगत निज सहायक सहित विधायक के करीबी बताए जा रहे हैं। इन्हें पुलिस ने छापा मारकर रंगे हाथों पकड़ा और बाद में राजनीतिक दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा कराने की कोशिश भी की गई। इन घटनाओं ने प्रदेश सरकार की गरिमा और विश्वसनीयता को तार-तार करके रख दिया है। शर्मा ने धरसीवाँ मामले में जानलेवा हमले की धारा के तहत जुर्म दर्ज करने की पुरजोर मांग की है।