मनोज यादव। छत्तीसगढ़ के जंगलों में कई दुर्भल जीव-जंतुओं का संसार है. कोरबा के जंगल में एक चर्चा हमेशा रही है कि यहाँ एक विशालकाय सांप का डेरा है. जो पत्थर की तरह सख्त है. हालांकि इसकी पड़ताल खूब हुई, डिस्कवरी की टीम भी तलाश में जुटी रही लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. लेकिन एक विशालकाय साँप ऐसा मिला है जिससे ऐसी चर्चाओं को बल दे दिया. इस बार कोरबा में बताती के समीप जंगल में एक दुर्लभ किंग कोबरा मिला है. इस साँप की लंबाई 12 फीट है, तो मोटाई भी करीब 1 फीट है.
ग्रामीणों के मुताबिक खेत में काम करते वक्त एक महिला ने फसल के बीच से फूफकार लगाते विकालकाय कोबरा को देखा. विशालकाय सांप को देखते ही महिला के रोंगटे खड़े हो गए. उसकी चीखपुकार सुनकर मौके पर लोगों को भीड़ लग गई. किसी तरह किंगकोबरा को मैदानी क्षेत्र में लाया गया. विशालकाय सांप की सूचना मिलने पर पास के गांव में रहने वाला सपेरा भी पिटारा लेकर मौके पर पहुंच गया. उसने सोचा था कि छोटा सांप होगा. लेकिन विशाल किंग कोबरा को देखकर उसके भी होश फाख्ता हो गए.
इसी बीच इसकी जानकारी सर्पमित्र अविनाश साहू को मिली. अविनाश अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचा. अविनाश अपनी तकनीकों के जरिए जल्द विशालकाय कोबरा को अपने गिरफ्त में ले लिया. अविनाश ने बताया कि यह बेहद दुर्लभ सांप है. ऐसे किंग कोबरा की प्रजाति अब विलुप्ती की कगार पर है. आमतौर पर किंग कोबरा डिस्कवरी चैनलों में देखने को मिलता है मगर पिछले 15 दिनों में इस प्रजाति के दो सांप मिलने से ऐसा लगता है कि कोरबा के जंगल में किंग कोबरा की तादात अधिक है. जरूरत है कि वन विभाग की टीम इस विलुल्प प्रजाति के सांपों की सुरक्षा सुनिश्चित करे ताकि प्रकृति के ऐसे विलक्षण सांपों को बचाया जा सके.
लेकिन इसी बीच दुर्लभ सांप मिलने की जानकारी वन विभाग को मिली. वन विभाग को यह भी शिकायत मिली की अविनाश इस तरह के सांपों को जहर निकालकर उसका कारोबार करता है. मौके पर वन विभाग की टीम मिली. अविनाश की तलाशी ली गई. अविनाश के घर पर जांच-पड़ताल की गई. लेकिन शिकायत पूरी तरह से झूठी निकली. पकड़े गए सांप को फिर वापस दूर जंगल में छोड़ दिया गया.
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