सुनील पासवान, बलरामपुर। जिस तस्वीर पर आपकी निगाहें जा रही है वो हमारे भीतर अगनित सवालों को पैदा करने लगते हैं. हमारे लिए एक मर्तबा यकीन करना मुश्किल होता है है कि वास्तव में 21वीं सदी में दुरस्त अंचलों से ऐसी भी तस्वीरें आ सकती है. लेकिन ऐसी तस्वीरें आती है. आती रही है और शायद प्रदेश के मुखिया खुद होकर इस ओर ध्यान नहीं देंगे तो आगे भी आती रहेंगी.

जिस तस्वीर की सच्चाई हम बयां कर रहे हैं वो स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के सरगुजा अंचल में बलरामपुर जिले की है. और जिनकी तस्वीरें सामने आई है वो राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाने वाले पंडो, कुड़ुक जनजातियों की है.

आज भी ये तमाम जनजातियां जो की घने जंगलों के बीच रहते हैं वे उन मूलभूत अधिकारों और सुविधाओं से वंचित हैं जिस पर हम शहरों में बैठने वाले लोग इतराते और इठलाते हैं. ऐसी तस्वीरें सरकार की नीतियों और विकास पर चोट करती है, सवालियां निशान लगाती है.

पीने की पानी को तसरते और गंदे नालें-झरनों के बीच जिंदगी को जुझते दिखाई पड़ती यह तस्वीर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड में ग्राम पंचायत पलगी की है. इस इलाकें के लोगों की दशा को देखकर यकीं नहीं होता कि यहां भी जश्न-ए-आजादी है. आजादी 70 वर्ष हो गए देश में कई सरकारें आई और सरकारों ने गरीबी हटाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले खासकर आदिवासी व पिछड़ी जनजाति लोगों की स्थिति सुधारने के लिए बड़े-बड़े वादें किए लेकिन हकीकत एक यह भी है जिसे हम देख रहे हैं या दिखा रहे हैं. पडों जनजाति की महिला कमला और कलावती बताती हैं कि गांव में नल लगाने वाली मशीनें तो कई बार आ आई लेकिन नल नहीं लगा. मशीन वापस गांव से चली जाती है. क्षेत्र में रहने वाले दबंगों के द्वारा उनके लिए आई बोरिंग मशीनें उनके घरों लग जाती है. नतीजा हालात वही जिसे आप देख रहे हैं और लिखने को मजबूर.

कलेक्टर संजीव कुमार झा कहते हैं कि आपके माध्यम से मेरे संज्ञान इलाके की ये समस्या सामने आई हैं जल्द ही इससे मुक्ति दिलाने की मैं प्रयास करूंगा. मतलब जैसा बाकी कलेक्टर उम्मीद बंधाते रहे हैं वैसे इन्होंने भी बंधा दी है. शायद यही वजह है इलाके लोग भी इसी उम्मीद के साथ हैं कि अच्छे दिन आएंगे. उम्मीद हम भी यह करते हैं स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की जिंदगी भी नई तरीके से गढ़ी जाएगी. और आगे हमारे पास इलाके ऐसी कोई तस्वीर नहीं आएगी.

इस उम्मीद के साथ मुखिया जी इस वीडियो को देख लीजिएगा.
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