दमोह. अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी कोरोना संक्रमण मरीजों की परेशानी कम नहीं हो रही है. जिला अस्पताल में भर्ती एक युवक ने वीडियो वायरल कर न सिर्फ अपनी समस्या बताई बल्कि व्यवस्था की पोल भी खोल दी है. उन्होंने अस्पताल के सिविल सर्जन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उन्हें हटाने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
कोविड वार्ड-2 और बेड नंबर 5 पर भर्ती है मुन्ना विश्वकर्मा
शासकीय जिला अस्पताल के प्री कोविड वार्ड-2 और बेड नंबर 5 पर भर्ती मुन्ना विश्वकर्मा नामक युवक ने वायरल वीडियो में अपनी परेशानी बताई है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में दवा और ऑक्सीजन की कमी है. वहीं सिविल सजर्न महिला डाक्टर ममता तिमोरी की मनमानी चल रही है. उन्होंने बताया कि उनका पल्स रेट 85 है. उन्हें ऑक्सीजन दिया जाना अनिवार्य है. उन्हें पहले ऑक्सीजन सिलेंडर दिया गया था, जिसे बाद में निकाल दिया गया है.
आक्सीजन की कमी से कभी भी बड़ी अनहोनी घटना घट सकती है
उनका कहना है कि शिकायत करने पर सिविल सर्जन किसी मामले में फंसाने देने की धमकी देती है. मरीजों के प्रति उनका व्यवहार भी ठीक नहीं है. मरीजों से बदतमीजी करना आम बात है. सरकारी अस्पताल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. उन्होंने शासन-प्रशासन से ऑक्सीजन उपलब्ध कराकर मरीजों की जान बचाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि अस्पताल में दवा और आक्सीजन की कमी से कभी भी बड़ी अनहोनी घटना घट सकती है.