बलौदाबाजार। बलौदाबाजार के जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। दो दिन पहले ही सिविल सर्जन की एम्स से आई जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी।आज उनका फिर से सैम्पल जांच के लिए भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिससे एम्स की जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सिविल सर्जन की रिपोर्ट किस तरह पॉजीटिव निगेटिव आई उसकी जानकारी उऩ्होंने एक वीडियो जारी कर दी है। वीडियो में उन्होंने बताया कि 12 जून को एक एक मरीज जिला अस्पताल में आया था। जिसे बुखार सर्दी खांसी की शिकायत थी। मरीज को अस्पताल में आइसोलेशन पर रखा गया था। कोरोना के लक्षण की वजह से उसका सैंपल जांच के लिए एम्स भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। मरीज का सिविल सर्जन ने इलाज किया था, लिहाजा उनके साथ वहां अऩ्य स्वास्थ्यकर्मियों का सैंपल भी जांच के लिए एम्स भेजा गया। 16 तारीख को सिविल सर्जन का सैंपल जांच के लिए गया था लेकिन 19 तारीख तक रिपोर्ट नहीं आने की वजह से उनका सैंपल मेकाहारा भेजा गया। एम्स और मेकाहारा की रिपोर्ट 20 तारीख को रिपोर्ट निगेटिव आई। दो दिन बाद 21 तारीख को एम्स की संशोधित रिपोर्ट आई जिसमें कोरोना पॉजीटिव आई थी।
21 तारीख की शाम को लालपुर अस्पताल में एडमिट हो गए। लालपुर में सोमवार को 11 बजे दो सैंपल लिये जिसमें कि एक एम्स भेजा गया औऱ दूसरा मेकाहारा भेजा गया। जिसमें दोनों रिपोर्ट आज सोमवार को निगेटिव आई। फिलहाल सिविल सर्जन अपने घर पर ही होम क्वारंटाइन पर हैं।
वहीं 16 तारीख को सिविल सर्जन के साथ अऩ्य स्वास्थ्य कर्मियों का जो सैंपल भेजा गया था उसकी रिपोर्ट तकरीबन सप्ताह भर बाद तक नहीं आई है। रिपोर्ट अभी तक नहीं आऩे की वजह से जिला अस्पताल में कार्यरत अऩ्य डॉक्टर औऱ स्टाफ तनाव में हैं।
देखिये वीडियो
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