सोशल मीडिया पर रामदेव बाबा का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में चल रहे जड़ी-बुटी के कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. बाबा रामदेव ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का हवाला देते हुए मेडिकल साइंस पर एक बार फिर निशाना साधा है, कोरोना वैक्सीन को बाबा रामदेव ने मेडिकल साइंस की विफलता बताया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज और बूस्टर डोज लगाने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं. यह मेडिकल साइंस का फेलियर है.
केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर उंगली उठाते हुए बाबा ने कहा कि बूस्टर डोज लगने के बाद भी अगर किसी को कोरोना संक्रमण होता है तो यह मेडिकल साइंस का फेलियर है. उन्होंने कहा कि समय के साथ ही अब दुनिया जड़ी-बूटियों की ओर लौटेगी. बाबा का कहना है कि गिलोय के ऊपर रिसर्च करें और दवाइयां बनाएं तो भारत विश्व में सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है.
उन्होंने कहा कि डबल वैक्सीन डोज भी लगा ली और बूस्टर डोज लगाने के बाद भी कोरोना हो गया है, उन्होंने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि जो कहते हैं हम दुनिया के शहंशाह है, शक्तिमान है, हमसे बड़ा कोई नहीं है, मेडिकल साइंस में ये मेडिकल साइंस का विफलता दिखा रहा है. रामदेव ने कहा कि दुनिया फिर जड़ी-बुटी की ओर वापस आएगी.
बता दें कि बाबा रामदेव ने दावा किया था कि उन्हें कोरोना वैक्सीन की कोई जरूरत नहीं है. उनका कहना है कि वायरस के कितने भी वेरिएंट आ जाएं, उन्हें संक्रमण से कोई खतरा नहीं होने वाला है क्योंकि उन्हें योग संभाल लेगा. कोरोना को मात देने के लिए लोगों को अपनी-अपनी इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करना होगा ताकि संक्रमण से बचा जा सके. लेकिन, कुछ ही दिनों के बाद बाबा रामदेव बैकफुट पर आ गए थे और उन्होंने वैक्सीन लगवाने की बात कही थी.
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