रायपुर। धान खरीदी और किसानों की मौत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने किसानों की मौत के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। रमन ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान धान खरीदी को लेकर तनाव में हैं। जिस प्रकार उनके रकबे काटे गए हैं। स्पष्ट रुप से किसी का 10-12 एकड़ खेत हो और बाद में सोसायटी जाने पर उसे पता चलता है कि उसके पास 12 एकड़ नहीं बल्कि 0.2 एकड़ भी खेत नहीं है बाकि सब काट दिया गया है। जहां वो 200 क्विंटल धान लेकर जा रहा है बेचने के लिए और उसको 10 क्विंटल बेचने की अनुमति दिया जा रहा है। किसान इतनी मेहनत करके फसल तैयार किया है जिसके ऊपर कर्ज है 80 हजार का और वो बेचकर पटाना चाहता है। यही सोसायटी में बेचकर। वहां यदि इस प्रकार का जवाब मिलता है तो वह शॉक्ड रह जाता है। यह पूरे प्रदेश की हालत है पहला उन्होंने रजिस्ट्रेशन में गड़बड़ किया, रात-रात भर जगते रहे लाइन लगाकर घूमना पड़ा।
पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासनकाल में बस्तर में पट्टेधारी किसानों की धान खरीदी की गई थी लेकिन मौजूदा सरकार के कार्यकाल में उनका धान खरीदी नहीं किया जा रहा है। उन्हें वहां से वापस लौटा दिया जा रहा है। जिसकी वजह से वहां के किसान तनाव में हैं।
देखिये पूर्व सीएम ने और क्या-क्या कहा