सुनील शर्मा, भिंड। भिंड में सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो ने पूरे ज़िले और स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा दिया है। इस वीडियो में कुछ लोग ज़िला अस्पताल में बने एक कुएं में हज़ारों अन्यूज़्ड इंजेक्शन और दवाओं को डम्प करते नज़र आ रहे हैं। डंप करने वाले और कोई नहीं बल्कि ज़िला अस्पताल के मुख्य मेडिकल स्टोर में कार्यरत कर्मचारी हैं। वायरल वीडियो की पुष्टि के लिए जब हमने पड़ताल की तो कुएं के आसपास सरकारी दवाईयां और इंजेक्शन पड़े मिले, जो कि वायरल वीडियो की पुष्टि करते हैं।
पहचान उजागर ना करने की शर्त पर एक डॉक्टर ने बताया कि स्टॉक ख़त्म होने पर दवाओं का नया ऑर्डर भेजा जाता है और जल्द एक्सपायरी होने वाली दवाएं आधी क़ीमत पर ख़रीदी जाती है। उन दवाओं को दो से तीन महीनों तक गोदाम में रखा जाता है और फिर स्टॉक ख़त्म दिखाने के लिए एक्सपायरी दवाईयां बताकर नष्ट कर दिया जाता है। इस तरह पूरा घोटाला बिना किसी की नज़र में आए दब जाता है।
जानकारों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन को इन दवाइयों को नष्ट करने का अधिकार नहीं है। एक्सपायरी दवाईयों को वापस संबंधित कंपनियों को वापस कर दिया जाता है और वे ही उन्हें नष्ट करने का कार्य करती हैं।
सिविल सर्जन ने दिए जांच के आदेश
जब इस सम्बंध में ज़िला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अनिल गोयल से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि वीडियो उन्होंने भी देखा है। कर्मचारियों का क़हना है कि वे नए हैं, जिसकी वजह से उन्हें पता नहीं था कि मेडिकल वेस्ट कहां डालना है और उन्होंने कुएँ में डाल दिया। मामले में सिविल सर्जन का कहना है कि उन्होंने जांच समिति का गठन कर दिया है और सभी कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया गया है।
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