रेणु अग्रवाल, धार। जिला अस्पताल में ऑपरेशन के लिए मरीज के परिजन से पैसे मांगने का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद सिविल सर्जन ने इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुसार पिंकी पति राजू फैक्ट्री मजदूर जिला अस्पताल में 28 मार्च को यूटरस से संबंधित समस्या को लेकर भर्ती हुई थी। उसे यह बताया गया था कि उसका यूटरस का ऑपरेशन किया जाएगा। 31 तारीख को महिला का ऑपरेशन किया गया। इसी दौरान महिला को अस्पताल में मेंसुरेशन पीरियड आ गया। इसी बात को लेकर परिजन ने कहा कि जब यूटरस निकाल दिया गया तो मेंसुरेशन कैसे आ गया। इस बात को लेकर हंगामा हुआ। वहीं रुपए लेनदेन को लेकर भी विवाद हुआ। बताया जा रहा है कि मरीज के परिजनों से लेनदेन भी किया था। हंगामे का वीडियो मीडिया के सामने आने पर परिजन व मरीज ने कुछ भी कहने से भी इंकार कर दिया।

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वहीं सिविल सर्जन एम एल मालवीय ने बताया कि जब हंगामा हो रहा था तब मैं भ्रमण में था। उस दौरान परिजनों ने मुझे बताया था कि हमसे ऑपरेशन के पैसे लिए गए है। आशा कार्यकर्ता को बताकर उन्होंने कहा था, लेकिन आशा सिद्ध नहीं कर पाई कि पैसे नहीं लिए। इससे प्रतीत होता है कि उसने पैसे लिए है इसकी जांच करवाई जाएगी व दोषी पाए जाने पर चिकित्सक व आशा पर कार्रवाई की जाएगी।

सिविल सर्जन ने कहा कि शासकीय अस्पताल में निःशुल्क ऑपरेशन किया जाता है। पैसे मरीजों से नहीं लिए जाते हैं। रोगी कल्याण समिति के माध्यम से या जो पर्ची बनती है केवल उसके पैसे लगते हैं। इसके अलावा किसी अन्य के पैसे नहीं लगते हैं। किसी प्रकार का कोई शुल्क मरीज से नहीं लिया जाता। इस मामले की जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए जाने पर चिकित्सक व आशा कार्यकर्ता पर कार्रवाई की जाएगी।

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