Motihari News: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अब आम लोगों के लिए आशा नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार का प्रतीक बनती जा रही है। इस योजना का लाभ पाने के लिए गरीबों को जहां एक ओर लंबा इंतजार करना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर अधिकारियों और कर्मियों के लिए यह ‘कमाई का जरिया’ बन गई है।
मधुबन प्रखंड में रिश्वत लेते वीडियो वायरल
ताजा मामला मोतिहारी के मधुबन प्रखंड कौड़िया पंचायत का है, जहां एक आवास सहायक को खुलेआम लाभार्थी से ₹15,000 की रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद कर लिया गया। यह रकम लाभार्थी को आवास की पहली किस्त जारी कराने के नाम पर ली जा रही थी। वीडियो को किसी ने मोबाइल से रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जो अब वायरल हो रहा है।
हर स्तर पर तय है रेट
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार संस्थागत रूप ले चुका है। हर स्तर पर अधिकारियों और कर्मियों के बीच रिश्वत का बंटवारा तय है। इस भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offenses Unit) से जांच कराने की मांग उठ रही है।
नोट- इस वायरल वीडियो की लल्लूराम डॉट कॉम पुष्टि नहीं करता है।
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