IAS Pooja Khedkar Controversy: ओबीसी आरक्षण कोटे का दुरुपयोग कर आईएएस की नौकरी हासिल करने से लेकर महाराष्ट्र केडर की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) लगातार विवादों में बनी हुई हैं। अब पूजा की मां मनोरम खेडकर (manorama khedkar) एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह हाथ में बंदूक लहराते हुए कुछ लोगों को धमकाते नजर आ रही हैं। वीडियो 2023 का बताया जा रहा है। मामला किसानों की जमीनों पर कब्जा करने की कोशिश से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि वह जमीन पर कब्जे को लेकर किसान को धमका रही है।
पूजा खेडकर की मां का एक और वीडियो कुछ दिन पहले वायरल हुए था। उन्होंने घर के बाहर खड़े होकर वीडियो बनाने वाले मीडियाकर्मियों पर हमला कर दिया था। पूजा खेडकर की मां ने कहा था कि अगर मेरी बेटी ने सुसाइड कर लिया तो मैं आप सबको अंदर डाल दूंगी। उन्होंने मीडियाकर्मियों को धमकी भी दी थी और कैमरे पर हाथ भी मारा था।
बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) कैडर की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर (Trainee IAS Pooja Khedkar) एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। खेडकर विवादों में फंसती नजर आ रही हैं। अब उनकी नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। खेडकर पर नया आरोप है कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए दिव्यांगता का सर्टिफिकेट दिखाया था। पूजा ने 2022 में UPSC का एग्जाम दिया था। उनकी ऑल इंडिया रैंक 821 आई थी। यूपीएससी ने पूजा को दिल्ली के एम्स में मेडिकल जांच के लिए छह बार बुलाया, लेकिन वे नहीं गईं। कहा जाता है कि उन्हें किसी सेंटर से एमआरआई रिपोर्ट मिली और उसी के आधार पर वे कलेक्टर बन गईं।
UPSC ने दी थी पूजा के चयन को चुनौती
इसके बाद UPSC ने सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में उनके चयन को चुनौती दी, जिसने 23 फरवरी 2023 को उनके खिलाफ फैसला सुनाया। इसके बावजूद पूजा के MRI सर्टिफिकेट को स्वीकार कर लिया गया, जिससे उनकी IAS नियुक्ति की पुष्टि हुई। दिव्यांगता के दावों के अलावा पूजा खेडकर के ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर स्टेटस के दावों में भी विसंगतियां पाई गईं।
प्रोबेशन के दौरान की ये मांग
पुणे में अपने प्रोबेशन के दौरान पूजा खेडकर ने कई विशेषाधिकारों की मांग की थी। इस दौरान पूजा खेडकर ने लाल-नीली बत्ती और VIP नंबर प्लेट वाली अपनी निजी ऑडी कार का इस्तेमाल किया, अपनी गाड़ी पर ‘महाराष्ट्र सरकार’ का बोर्ड लगाया और एक आधिकारिक कार, आवास, एक ऑफिस रूम और अतिरिक्त कर्मचारियों की मांग की। यहां तक कि उसने एडिशनल कलेक्टर की अनुपस्थिति में उनके चेंबर पर कब्जा कर लिया। डॉ. खेडकर के पिता रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं, उन्होंने कथित तौर पर जिला कलेक्टर के कार्यालय पर पूजा की मांगों को पूरा करने के लिए दबाव डाला। इतना ही नहीं, उन्होंने धमकी भी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो इसके लिए परिणाम भुगतने होंगे।
नई मुसीबत में फंसीं IAS पूजा खेडकर, जा सकती है नौकरी! – IAS Officer Pooja Khedkar
पूजा खेडकर के पैरेंट्स के पास 110 एकड़ भूमि और दो प्राइवेट कंपनियों में हिस्सेदारी
चुनावी हलफनामे के मुताबिक, पूजा खेडकर के पैरेंट्स के पास 110 एकड़ कृषि भूमि है, जो कृषि भूमि सीमा अधिनियम का उल्लंघन करती है। इसके अलावा छह दुकानें, सात फ्लैट (एक हीरानंदानी में), 900 ग्राम सोना, हीरे, 17 लाख की सोने की घड़ी, चार कार हैं। इसके साथ ही दो प्राइवेट कंपनियों और एक ऑटोमोबाइल फर्म में हिस्सेदारी है। इतना ही नहीं खुद IAS पूजा खेडकर के पास 17 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इतना ही नहीं ये भी सामने आया है कि पूजा खेडकर ने यूपीएससी को सौंपे हलफनामे में खुद के दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार होने का दावा किया है। खेडकर ने इस दिव्यांगता सर्टिफिकेट का उपयोग UPSC में सिलेक्शन के लिए विशेष रियायतें हासिल करने के लिए किया था।सिविल सेवा परीक्षा में कम नंबर हासिल करने के बाद भी रियायतों की वजह से पूजा खेडकर ने परीक्षा पास कर ली।
पद का दुरुपओग कर पिता ने बनाई बेहिसाब संपत्ती
पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने सरकारी नौकरी के दौरान करोड़ों रुपयों की संपत्ति जुटाई थी। इसके बाद उन्होंने लगातार कई जगहों पर जमीनें खरीदी। कहा जा रहा है कि खेडकर परिवार ने पुणे जिले के मुल्शी तहसील में 25 एकड़ की जमीन खरीदी थी। इसके लिए उन्होंने आसपास के किसानों की जमीनों पर कब्जा करने की भी कोशिश की थी। ये वीडियो उसी समय का है।
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